यूपी में नागरिकता कानून को लेकर शनिवार को भी कई जगहों पर भारी विरोध प्रदर्शन जारी रहा। रामपुर में प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया तो पुलिस ने आंस गैस के गोले दागे। इस संघर्ष में कई घायल हो गए। वहीं कानपुर में प्रदर्शनकारियों ने यतीमखाना पुलिस चौकी में आग लगा दी और भारी ईंट-पत्थर बरसाएं जिससे कुछ लोग घायल हो गए। पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और पानी की बौछारें छोड़ी। स्थिति को देखते हुए यूपी प्रशासन ने सभी स्कूल और कॉलेजों को बंद कर दिया है और 15 जिलों मं इंटरनेट सेवाएं सोमवार दोपहर 12 बजे तक के लिए सस्पेंड कर दी गई हैं। प्रदेश में गुरुवार से जारी प्रदर्शनों में मरने वालों की संख्या 15 तक पहुंच गई, जिसमें एक आठ साल का लड़का भी शामिल है।
यूपी में गुरुवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान लखनऊ में एक और संभल में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। शुक्रवार को मेरठ जिले से चार और कानपुर, फिरोजाबाद और बिजनौर में दो-दो लोगों की मौत हुई। वाराणसी में पुलिस के भीड़ का पीछा किए जाने के दौरान भगदड़ में एक 8 वर्षीय लड़के की मौत हो गई। हालांकि, पुलिस ने कहा कि प्रदर्शनकारियों में से कोई भी पुलिस की गोलीबारी में नहीं मारा गया।
सपा नेताओं को किया गिरफ्तार
एडीजी (कानपुर) प्रेम प्रकाश ने कहा कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए वज्र वाहनों के साथ रेपिड एक्शन फोर्स को बुलाया गया है। समाजवादी पार्टी के विधायक अमिताभ बाजपेयी और पूर्व विधायक और सपा नेता कमलेश तिवारी को एहतियात के तौर पर गिरफ्तार किया गया है और उनके वाहनों को भी जब्त कर लिया गया है। अधिकारियों ने कहा कि बाबूपुरवा, नई सदक, मूलगंज, दलेलपुरवा और हलीम कॉलेज जैसे क्षेत्रों में भीड़ जमा हो गई और स्थिति पर नजर रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस तैनात की गई।
रामपुर में संघर्ष,पथराव
वहीं, रामपुर में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पें हुईं जिसमें पुलिसकर्मियों सहित कई लोग घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया तो पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैसे के गोले दागे। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में करीब 400 से 500 लोग यहां एकत्रित हुए थे। जिला मजिस्ट्रेट औंजनेय सिंह ने कहा कि पांच प्रदर्शनकारियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया और इनमें एक की हालत गंभीर बताई गई है। इस संघर्ष में प्रदर्शनकारियों और पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं।" शनिवार को रामपुर में बंद का आह्वान किया गया था। धारा 144 लागू होने के बावजूद यहां लोग एकत्रित हुए।
705 प्रदर्शनकारी किए गिरफ्तार
पुलिस महानिरीक्षक (कानून व्यवस्था) प्रवीण कुमार के मुताबिक, 705 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और सुरक्षात्मक उपायों में गिरफ्तार किए गए 4500 को छोड़ दिया गया है। 264 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, इनमें 57 को आग से घायल हुए।
15 जिलों में बढ़ी इंटरनेट बैन की सीमा
इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं लखनऊ, सहारनपुर, मेरठ, शामली, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद, बरेली, मऊ, संभल, आजमगढ़, आगरा, कानपुर, उन्नाव, मुरादाबाद, प्रयागराज जिले में सोमवार दोपहर 12 बजे तक बंद कर दी गई हैं। कई अन्य जिलों में भी इंटरनेट सेवाओं को बंद रखने का फैसला वहां के डीएम पर छोड़ा गया है। स्थितियों के अनुरूप वे इंटरनेट सेवाओं को प्रतिबंधित कर सकते हैं।