पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल आज यानी शुक्रवार को डी-कंपनी के सदस्य इकबाल मिर्ची के साथ कथित संदिग्ध भूमि सौदों के केस में प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय पहुंचे गए है। प्रफुल्ल पटेल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने द्वारा 18 अक्टूबर को तलब किया था।
हाल ही में इसे लेकर समाचार एजेंसी एएनआइ से बात करते हुए कांग्रेस ने ईडी पर हमला बोला था। पटेल को समन करने के समय पर सवाल उठाते हुए, कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने मंगलवार को कहा कि ईडी ने कार्रवाई शुरू कर दी है क्योंकि चुनाव नजदीक हैं।
शर्मा ने कहा, 'चुनाव आस-पास हैं, इसलिए ईडी ने प्रफुल्ल पटेल को तलब किया है। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है। कानून अपना पाठ्यक्रम लेगा और देश को संविधान में निहित कानूनों के अनुसार चलना चाहिए।'
प्रफुल्ल पटेल की पेशी से पहले ही ईडी के अधिकारी इस मामले में मनी ट्रेल की जांच कर रहे हैं। जांच के पीछे यह पता लगाया जा रहा है कि कहीं विदेशी खातों का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग और वर्ली के सीजे हाउस बिल्डिंग को खरीदने के लिए तो नहीं किया गया।
प्रफुल्ल पटेल का आरोपों से इनकार
हालांकि, पूर्व नागरिक उड्डयन मंत्री ने विवादास्पद भूमि सौदे में अंडरवर्ल्ड गिरोह के साथ किसी भी संबंध से इनकार किया है, लेकिन भाजपा महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों से पहले इसे लेकर उन पर हमला बोल रही है। ईडी द्वारा प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि दुबई में एक पांच सितारा होटल खरीदने के लिए मिर्ची के सहयोगी हारून यूसुफ द्वारा भूमि सौदे के लिए ने पैसा ट्रांसफर गया।
इस बारे में प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि इसमें काल्पनिक विचार और डाक्यूमेंट हैं, जो मीडिया में लीक किए गए हैं। जाहिर है कि आप के पास कुछ कागजात हैं जो शायद कभी मेरे ध्यान में नहीं आए। इस स्तर पर सब कुछ मुंबई उच्च न्यायालय के पास है। हम सीधे संपत्ति की देखरेख नहीं कर रहे हैं और न ही हम सीधे इसके प्रभारी हैं।
जानकारी के मुताबिक, ईडी के दस्तावेज यह बताते है कि पटेल और उनकी पत्नी वर्षा द्वारा चलाई जाने वाली कंपनी मिलेनियम डेवलपर्स ने अंडरवर्लड डॉन और वांछित भगोड़े दाऊद इब्राहिम के सहयोगी इकबाल मिर्ची के स्वामित्व वाले एक भूखंड पर 15 मंजिला इमारत का निर्माण किया, जो एक अंतरराष्ट्रीय अपराध सिंडिकेट चलाता है, जिसके मुंबई और दुबई में गहरे संबंध हैं।
ईडी ने प्रफुल्ल पटेल को किया था तलब
मंगलवार को ईडी ने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के सहयोगी स्वर्गीय इकबाल मिर्ची की कथित अवैध संपत्ति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के सिलसिले में पटेल को तलब किया था। यूपीए शासन में पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे पटेल को 18 अक्टूबर को मुंबई में जांच में सहयोग करने के लिए बुलाया गया था। ईडी पटेल द्वारा प्रचारित मिर्ची की पत्नी और एक रियल एस्टेट कंपनी के बीच सौदे के संबंध में धन शोधन रोकथाम अधिनियम के तहत पटेल के बयान को दर्ज करा सकती है।
जांच एजेंसी के अधिकारियों के मुताबिक, प्रफुल्ल पटेल की मिलेनियम डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड ने 2006-07 में सीजे हाउस नामक बिल्डिंग बनाई थी। इसकी तीसरी और चौथी मंजिलों को मिर्ची की पत्नी हाजरा इकबाल के नाम ट्रांसफर कर दिया गया। बताया जाता है कि जिस जमीन पर बिल्डिंग बनाई गयी वह मिर्ची की थी।
इकबाल मिर्ची की 2013 में लंदन में मौत हो गई थी
जांचकर्ताओं का दावा था कि यह जमीन मनी लॉन्ड्रिंग, मादक पदार्थ तस्करी और कथित जबरन वसूली के अपराधों से उगाहे पैसों से खरीदी गई थी। प्रफुल्ल पटेल और उनकी पार्टी ने सौदे में कुछ गलत होने की बात खारिज कर दी है और कहा कि संपत्ति के दस्तावेज दिखाते हैं कि लेनदेन साफ-सुथरा और पारदर्शी है। ईडी ने हाल ही में इकबाल मिर्ची के दो कथित सहयोगियों को गिरफ्तार किया था। इकबाल मिर्ची की 2013 में लंदन में मौत हो गई थी।