कुंभ मेले में प्रयागराज पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को संगम में डुबकी लगाई। एक दिवसीय दौरे पर प्रयागराज पहुंचे प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान संगम किनारे पूजा अर्चना भी की और उन्होंने सफाई कर्मचारियों के पैर धोए।
प्रधानमंत्री मोदी ने संगम पर स्नान, पूजन और गंगा आरती में शिरकत किया। प्रयागराज में आए प्रधानमंत्री के स्वागत में केन्द्रीय मंत्री उमा भारती, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह भी मौजूद रहे।
सुरक्षाकर्मयों को किया सम्मानित
प्रधानमंत्री ने स्वच्छ और सुरक्षित कुंभ के आयोजन में योगदान देने वाले स्वच्छता कर्मियों एवं सुरक्षाकर्मियों को सम्मानित किया। पीएम ने सफाईकर्मियों के पैर धोए और नीचे बैठकर काफी देर तक बातचीत करते रहे।
अभी तक 20 करोड़ 54 लाख लोग अभी तक कुंभ में स्नान कर चुके हैं। प्रधानमंत्री से पहले बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने मंत्रिमंडल के साथ भी संगम में डुबकी लगा चुके हैं।
गोरखपुर में लॉन्च की पीएम किसान योजना
प्रयागराज पहुंचने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोरखपुर में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना को डिजिटली लॉन्च कर दिया। इसके साथ ही करीब एक करोड़ से ज्यादा किसानों को पहली किस्त जारी कर दी। इस योजना से 12 करोड़ से अधिक किसानों परिवारों को सालाना 6,000 रुपये देने की योजना है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक करोड़ एक लाख किसानों को 21 करोड़ रुपये सीधे ट्रांसफर हो चुके हैं। बाकी किसानों को भी इसी तरह पहली किश्त के पैसे कुछ हफ्तों में मिल जाएंगे। यह तो अभी शुरुआत है। इस योजना के तहत हर वर्ष 75,000 करोड़ रुपये किसानों के खाते में सीधे पहुंचने वाले हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकारी बहुत ईमानदारी से काम कर रही है, ताकि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी हो सके। बीते साढ़े चार वर्षों के प्रयास को और और मजबूती देने के लिए पीएम किसान सम्मान निधि योजना मैं देशभर के किसानों को समर्पित करता हूं। एक करोड़ एक लाख किसानों के खाते में पहली किश्त ट्रांसफर करने का सौभाग्य मुझे मिला है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के शुभारंभ के मौके पर मैं देशभर के किसानों को बधाई देता हूं। पहले किसानों के लिए योजनाएं बनीं, लेकिन उनकी मंशा किसानों को सशक्त करने की नहीं थी। किसानों को तरसाने की नीयत थी। इसी स्थिति को बदलने के लिए हमने किसानों की दिक्कतों पर ध्यान देने के साथ ही चुनौतियों से निपटने पर भी ध्यान दिया।
अंतरिम बजट में हुई थी घोषणा
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने 2019-20 के अंतरिम बजट में छोटे और सीमान्त किसानों के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) योजना की घोषणा की थी। इस योजना का लाभ पांच एकड़ तक जोत वाले किसानों को मिलेगा। योजना के तहत 6,000 रुपये छोटे किसानों के खातों में तीन किस्तों दो-दो हजार रुपये डाले जाएंगे।