उन्होंने कहा, हम मिलकर इस बड़े देश को स्वच्छ बना सकते हैं। हमें संकल्प लेना चाहिए और स्वच्छता उपाय अपनाने चाहिए। इसी तरह के कार्यक्रम जिले में करीब 500 दुर्गा पूजा पंडालों में आयोजित किये गए, जहां स्थानीय अधिकारियों और नेताओं ने हिस्सा लिया।
किरणाहार कार्यक्रम में जिलाधिकारी पी मोहनगांधी और पुलिस अधीक्षक सुधीर नीलकंठम मौजूद थे। मुखर्जी ने खादी उद्योग पर कहा कि विस्तारवादी बाजार का लाभ उठाने की अच्छी संभावनाएं हैं लेकिन एक कौशल कार्यबल बनाना पूर्वशर्त है।
उन्होंने कहा, निकट भविष्य में इस देश की 50 प्रतिशत जनसंख्या की आयु 25 वर्ष से कम होगी। अन्य देशों की तुलना में भारत युवा होगा। यह हमारे देश के लिए एक अनुकूल स्थिति है और यदि हम अपने युवाओं को ठीक तरीके से प्रशिक्षित नहीं कर सके तो हम बढ़ते बाजार में मांग और आपूर्ति में कमी को पूरा नहीं कर सकते।
राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद प्रणब मुखर्जी की यह पांचवीं दुर्गा पूजा है। इस वर्ष महाष्टमी पर आसमान में घने बादल और छिटपुट स्थानों पर भारी वर्षा के बावजूद पूजा का उत्साह लोगों में कम नहीं हुआ। खराब मौसम के बावजूद बड़ी संख्या में लोग अपने घरों से पूजा देखने निकले। भाषा एजेंसी