राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि आजादी के 70 साल बाद भी देश में कहीं भी कठुआ जैसी घटना का होना वास्तव में शर्मनाक है। राष्ट्रपति ने बुधवार को कटरा के श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय के छठे दीक्षांत समारोह में कहा कि हम सभी को सोचना होगा कि हम कैसा का समाज बना रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि हम भावी पीढ़ी को क्या दे रहे हैं। क्या हम ऐसे समाज का निर्माण कर रहे हैं जहां हमारी मां, बहनें और बेटियां हमारे भारतीय संविधान में निहित न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व का अनुभव कर सकती हैं।
उन्होंने कहा कि हम सभी की यह जिम्मेदारी बनती है कि देश के किसी भी भाग में बेटी या बहन के साथ ऐसा न हो। राष्ट्रपति ने अपील की कि प्रत्येक व्यक्ति बेटियों के प्रति अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को जरूर निभाए।
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#WATCH Pres Kovind says, 'after,70 years of independence such an incident occurring in any part of the country is shameful. We have to think what kind of society are we developing. It's our responsibility to ensure such a thing doesn't happen to any girl or woman', on Kathua case pic.twitter.com/HhPZV0oAlX
— ANI (@ANI) April 18, 2018
देश का नाम ऊंचा करने वाली बेटियों को सराहा
कोविंद ने देश का नाम ऊंचा करने में बेटियों के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि देश की बेटियों ने ऑस्ट्रेलिया में हाल ही में संपन्न कॉमनवेल्थ गेम्स में शानदार प्रदर्शन कर भारत का मान बढ़ाया है। उन्होंने दिल्ली की मनिका बत्रा, मणिपुर की मैरी कॉम, मीराबाई चानू. संगीता चानू, हरियाणा की मनु भाकर और विनेश फोगाट, तेलंगाना की साइना नेहवाल और पंजाब की हीना सिद्धू का नाम लेते हुए कहा कि इनके प्रदर्शन से हमें गर्व होता है।
श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में आठ सौ से ज्यादा छात्रों को डिग्री और प्रमाण पत्र दिए गए।
इससे पहले राष्ट्रपति अपनी पत्नी सविता कोविंद के साथ जम्मू पहुंचे। हवाईअड्डे पर राज्यपाल एनएन वोरा, मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, विधानसभा अध्यक्ष कविंद्र गुप्ता, विधान परिषद के सभापति हाजी अनायत अली, उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह आदि ने उनका स्वागत किया।