यूक्रेन और रूस के बीच जारी संघर्ष और वहां फंसे भारतीयों को वापस लाने की कवायद के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की। सरकारी सूत्रों की मानें तो कुछ केंद्रीय मंत्री भारतीयों की निकासी में समन्वय के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों में जा सकते हैं।
सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरेन रिजिजू और पूर्व थलसेना अध्यक्ष वीके सिंह यूक्रेन के पड़ोसी देशों में जा सकते हैं ताकि वहां फंसे छात्रों के बचाव कार्य में मदद की जा सके। ये मंत्री भारत के विशेष दूत के रूप में जाएंगे।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi calls a high-level meeting on the Ukraine crisis. Some Union Ministers may go to neighboring countries of Ukraine to coordinate the evacuations.#RussiaUkraineCrisis pic.twitter.com/yqTFYwspxo
— ANI (@ANI) February 28, 2022
रूसी हमले के बाद यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने की कवायद के बीच पीएम मोदी ने रविवार को उच्च स्तरीय बैठक पर जोर दिया था। उन्होंने कहा कि भारतीय छात्रों की सुरक्षा और उनकी जल्द वापसी सुनिश्चित करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के मद्देनजर पैदा हुई वैश्विक स्थिति को देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से पिछले दिनों बात की थी और हिंसा रोकने और वार्ता शुरू करने की अपील की थी। इसके बाद शनिवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने मोदी से बातचीत की और अपने देश के खिलाफ रूस के सैन्य हमले को रोकने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत से राजनीतिक समर्थन मांगा।