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दिल्ली में 'उफान' पर यमुना, अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़कर 208.48 मीटर के स्तर पर पहुंची, घरों में घुसा पानी

राजधानी दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर गुरुवार सुबह साढ़े आठ बजे 208.48 मीटर के उच्चतम स्तर तक पहुंच गया।...
दिल्ली में 'उफान' पर यमुना, अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़कर 208.48 मीटर के स्तर पर पहुंची, घरों में घुसा पानी

राजधानी दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर गुरुवार सुबह साढ़े आठ बजे 208.48 मीटर के उच्चतम स्तर तक पहुंच गया। दिल्ली के निचले इलाकों में पानी भर गया है। इस तरह की स्थिति के चलते हजारों लोगों को घर खाली करना पड़ा है। केंद्रीय जल आयोग ने इसे "चरम स्थिति" कहा है। गुरुवार सुबह लगभग 8-10 बजे यमुना में पानी का प्रवाह चरम पर होने की उम्मीद है।

वहीं, राजधानी की इस तरह की स्थिति पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा है कि यमुना का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। पानी यमुना के आस पास की सड़कों पर आ गया है। आपसे अनुरोध है कि इन रास्तों पर ना जाएं, जिन आबादी वाले इलाकों में पानी भरा है, वहां से लोगों को निकाला जा रहा है। वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, जिन इलाकों में जलभराव है, वहां सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद कर दिए गए हैं।

इसके साथ ही बताया जा रहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज वजीराबाद जल उपचार संयंत्र का दौरा करेंगे। बाढ़ के कारण प्लांट बंद कर दिया गया है।

यमुना का जलस्तर बढ़ने से दिल्ली का निचला इलाका पानी-पानी हो चुका है। यमुना किनारे बसे लोगों के घरों-दुकानों में पानी भर चुका है। निचले इलाके में कई घर डूब चुके हैं। लोगों को अपना घर खाली करना पड़ा है।

यमुना नदी में उफान के कराण निगम बोध घाट के पास का क्षेत्र बाढ़ग्रस्त हुआ, आसपास के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुसा।

लोहा पुल के आसपास इलाके पानी में डूब चुके हैं। लोगों की सुरक्षा के लिए एनडीआरएफ की कई टीमें तैनात की गई हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।

यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से रिंग रोड आईटीओ में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हुई, जिसके कारण सड़क यातायात प्रभावित हुआ।

 

बता दें कि बुधवार को दिल्ली में यमुना का जलस्तर 208.08 मीटर पहुंच गया था। इसने 45 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। इससे पहले यमुना का पानी 207.49 मीटर तक पहुंचा था। यमुना पर दो प्रमुख बैराज हैं उत्तराखंड में डाकपत्थर और दिल्ली के ऊपर हरियाणा में हथिनीकुंड। बैराज पर पानी रोकने की व्यवस्था नहीं होती। गुरुवार दोपहर 2 बजे से हथिनीकुंड बैराज से पानी का प्रवाह कम होने की उम्मीद है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अगले दो दिनों में उत्तराखंड में भारी बारिश जारी रहने की भविष्यवाणी की है। भारी बारिश हुई तो बाढ़ का खतरा और बढ़ जाएगा।

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