कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को ट्वीट कर उस ऑनलाइन पेटीशन का समर्थन किया है, जिसमें हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष से जयंत सिन्हा के एल्युमनी स्टेट्स (पूर्व छात्र की पदवी) वापस लेने की मांग की गई है। चेंज डॉट ओआरजी पर यह पेटीशन हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के एक अन्य पूर्व छात्र प्रतीक कंवल ने शुरू की है।
राहुल गांधी ने इस पेटीशन के लिंक को ट्वीट करते हुए लिखा है कि अगर आपको उच्च शिक्षित सांसद और एक केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा द्वारा एक निर्दोष व्यक्ति के मॉब लिंचिंग के दोषियों को माला पहनाना और उनका सम्मान करना व्यथित कर रहा है तो इस लिंक पर क्लिक करें और इस पेटीशन का समर्थन करें।
If the sight of a highly educated MP & Central Minister, Jayant Sinha, garlanding & honouring criminals convicted of lynching an innocent man, fills you with disgust, click on the link & support this petition.
Sign Petition:https://t.co/K9CrzHbNOz via @ChangeOrg_India
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 10, 2018
प्रतीक कंवल ने अपने पेटीशन में लिखा है कि मॉब लिंचिंग के दोषियों को माला पहनाने की घटना से पूरा देश सदमे में है और इससे हमारी संस्था की प्रतिष्ठा धूमिल हुई है। मैं देश का जिम्मेदार नागरिक होने और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी का एल्युमनी होने के नाते इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से अपील करता हूं कि वो जयंत सिन्हा के एल्युमनी स्टेट्स को वापस लें।
जयंत सिन्हा हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के छात्र रहे हैं और उन्होंने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से 1992 में अपनी पढ़ाई पूरी की है।
हजारीबाग में अलीमुद्दीन नामक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के दोषियों को जयंत सिन्हा ने हाल ही में माला पहनाकर कथित तौर पर उनका स्वागत किया था। कांग्रेस ने इस मामले को लेकर उनके इस्तीफे की मांग की थी। विवाद बढ़ता देख जयंत सिन्हा ने सफाई देते हुए कहा था कि दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। भले ही उन्होंने इन लोगों का सम्मान किया है, पर वे उनके कामों का समर्थन नहीं करते हैं। सिन्हा का कहना था कि वे सभी लोगों से अपील करते हैं कि मेरी आलोचना करने से पहले कोर्ट का बेल ऑर्डर पढ़ें। उन्होंने कहा कि मैं अपना रुख स्पष्ट कर दूं कि मैं उनकी हरकत का समर्थन नहीं करता। मेरा रिकॉर्ड साफ है, मेरी मंशा साफ है मैं उनकी हरकत के साथ नहीं हूं।