अय्यर ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के लिए पार्टी में संरक्षक की भूमिका की वकालत की और कहा कि पार्टी को एक समावेशी पार्टी होने से आगे एक समावेशी गठबंधन बनाने की ओर बढ़ाना चाहिए।
अय्यर ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में बड़ी हार के बाद कांग्रेस नेताओं की ओर से आए आमूल-चूल परिवर्तन के आह्वान के बीच पीटीआई से कहा, मैं उम्मीद कर रहा हूं कि पिछले कुछ महीनों से उनके हाथों में कांग्रेस का जो वस्तुत: नेतृत्व है वह उन्हें वास्तव में मिल जाएगा और वह उन्हें इसके लिए सक्षम बनाएगा कि वह पार्टी को लोकतांत्रिक बनाने के अपने इरादों को साकार कर पाएं।
कांग्रेस के 75 वर्षीय नेता अय्यर ने यह भी उम्मीद की कि राहुल का उन्नयन जल्द होना चाहिए। कांग्रेस की चुनावों में बार-बार की हार के बाद राहुल गांधी का नेतृत्व सवालों के घेरे में है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने हाल में कहा था कि राहुल निर्णायक रूप से कार्य नहीं कर रहे हैं। वहीं केरल युवा कांग्रेस उपाध्यक्ष सीआर महेश ने राहुल से कहा था कि यदि वह पार्टी का सामने से नेतृत्व नहीं करना चाहते तो वह हट जाएं।
भाषा