कोरोना संक्रमण बढ़ने के कारण देश में लगाए गए लॉकडाउन की वजह से ट्रेनों के पहिए भी थम गए थे। हालांकि बाद में कुछ श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं और तमाम अन्य गाड़ियां भी पटरियों पर दौड़ाई गईं। लेकिन अब रेलवे बोर्ड ने एक बार फिर कहा है कि फिलहाल 12 अगस्त तक नियमित रूप से चलने वाली सभी मेल, एक्सप्रेस, यात्री और उपनगरीय सेवाएं रद्द रहेंगी।
इसके साथ ही रेलवे बोर्ड ने यह भी तय किया है कि एक जुलाई से 12 अगस्त के बीच इन गाड़ियों में यात्रा के लिए बुक किए सभी टिकट भी रद्द रहेंगे। इसके अलावा अगर किसी की 12 अगस्त तक रेग्युलर ट्रेन में बुकिंग है तो उसे 100 पर्सेंट रिफंड मिलेगा।
चलती रहेंगी स्पेशल ट्रेनें
इससे पहले 13 मई के अपने आदेश में रेलवे बोर्ड ने कहा था कि 30 जून तक रेग्लुलर ट्रेन की बुकिंग कैंसल की जा रही है और इसमें यात्रियों को पूरा रिफंड मिलेगा। अब जबकि ट्रेन कैंसिलेशन की तारीख बढ़ा दी गई है, तो रिफंड की सुविधा भी 12 अगस्त तक कर दी गई है। इस दौरान 12 मई से चालू स्पेशल राजधानी ट्रेन और 1 जून से चालू स्पेशल मेल/एक्सप्रेस ट्रेनें पहले की तरह चलती रहेंगी।
अभी 30 जून तक रेल सेवा बंद थी
इससे पहले रेलवे मिनिस्ट्री ने सोमवार को एक सर्कुलर जारी करते हुए सभी जोन को सूचित किया था कि 14 अप्रैल या उससे पहले बुक किए गए सभी टिकटों का रिफंड कर दिया जाए। अभी तक रेलवे ने 30 जून तक ही रेल सेवाओं को बंद करने की घोषणा की थी। ताजा सर्कुलर में इसे 12 अगस्त तक कर दिया गया है।
अब भारतीय रेलवे ने नियमित ट्रेनों के लिए 14 अप्रैल या उससे पहले बुक किए गए सभी टिकटों को रद्द करने की घोषणा की है। साथ ही इन टिकटों का पूरा रिफंड देने की बात कही है।
कोरोना वायरस पर नियंत्रण के लिए रेलवे ने बंद कर दी थी ये सर्विस
बता दें कि कोरोना वायरस पर नियंत्रण के लिए रेलवे ने पैसेंजर, मेल और एक्सप्रेस ट्रेन सर्विस को पूरी तरह सस्पेंड कर दिया था। इसके बाद 14 मई को रेलवे ने सभी पुराने रिजर्वेशन को रद्द कर दिया था। हालांकि, परिस्थितियों को देखते हुए रेलवे ने हजारों की संख्या में श्रमिक स्पेशल ट्रेन भी चलाया और लाखों प्रवासी मजदूरों व कामगारों को उनके घर तक पहुंचाया। फिलहाल रेलवे सिर्फ 230 स्पेशल ट्रेनों का संचालन कर रही है। इन ट्रेनों के लिए यात्री 120 दिन पहले टिकट बुक करवा सकते हैं। रेलवे द्वारा इन ट्रेनों में यात्रा के लिए कई प्रकार की गाइडलाइन भी जारी की गई है।