रेलवे महिलाओं को अब बड़ा तोहफा देने जा रहा है। तोहफा ये है कि अब ट्रेनों में महिलाओं का डिब्बा पीछे रहने के बजाय बीच में होगा। यह अलग रंग में भी नजर आएगा।
पीटीआई के मुताबिक, ट्रेन में इस तरह का बदलाव उपनगरीय और लंबी दूरी की ट्रेनों में किया जाएगा। मंत्रालय सूत्रों के मुताबिक, इन डिब्बों में अतिरिक्त सुरक्षा उपाय के तौर पर सीसीटीवी कैमरे भी लगे होंगे। साथ ही, इन डिब्बों की खिड़कियों पर जालियां लगाने पर भी चर्चा की जा रही है।
गौरतलब है कि अभी महिलाओं का डिब्बा ट्रेन के आखिर में होता है। कई बार डिब्बे बिल्कुल ही अंधेरे में होते हैं और महिला यात्री उनमें चढ़ने से डरती हैं। यह फैसला सुरक्षा मुद्दों को देखते हुए लिया गया है। इन डिब्बों में चाहे टिकट जांच करने वाले हों या आरपीएफ कर्मी, उनमें महिलाओं को ही रखा जाएगा।
तय नहीं है अभी कोच का रंग
हालांकि, सूत्रों ने कहा कि महिलाओं के डिब्बों को किस रंग से रंगा जाएगा फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है लेकिन रेलवे महिलाओं से जुड़े गुलाबी रंग पर विचार कर रहा है।
कमेटी ने रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में इस तरह के बुनियादी ढांचे बनाने का भी फैसला किया है, जिनमें अलग शौचालय और चेंजिंग रूम शामिल किए जाएंगे।
महिलाओं की सुरक्षा के लिए कमेटी गठित
ट्रेनों में सफर करने वाली महिलाओं की सुरक्षा के लिए योजनाओं के क्रियान्वयन की निगरानी को लेकर एक कमेटी भी गठित की गई है। कमेटी में रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्विनी लोहानी, सदस्य (यातायात) मोहम्मद जमशेद और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।
ब्योरे को अंतिम रूप देने के लिए रेलवे के विभिन्न जोन से विचार मांगे गए हैं। कमेटी ने यह भी कहा कि अगले तीन साल में महिलाओं द्वारा देखरेख किए जाने वाले स्टेशनों की संख्या मौजूदा तीन से बढ़ा कर 100 की जाएगी।