महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे गुरुवार को पार्टी के शीर्ष पद पर फिर से चुने गए, जिसकी स्थापना उन्होंने 18 साल पहले की थी। यह घटनाक्रम राज्य विधानसभा चुनावों से ठीक पहले हुआ है। ठाकरे का पार्टी अध्यक्ष के रूप में फिर से चुना जाना महज औपचारिकता थी। वह 2006 में मनसे की स्थापना के बाद से इस पद पर हैं।
मनसे प्रवक्ता संदीप देशपांडे ने कहा कि ठाकरे (55) को नए पांच साल के कार्यकाल के लिए चुना गया है, जो तकनीकी रूप से 2023 से शुरू होगा और 2028 में समाप्त होगा। उन्होंने कहा कि पार्टी के अध्यक्ष का चुनाव 2023 में होना था, लेकिन विभिन्न कारणों से यह नहीं हो सका। इसके बाद पार्टी ने निर्देश दिया कि 30 जून से पहले संगठनात्मक चुनाव करवा लिए जाएं।
वरिष्ठ मनसे नेता और पूर्व विधायक बाला नंदगांवकर ने पार्टी की बैठक में इस पद के लिए ठाकरे के नाम का प्रस्ताव रखा और एक अन्य पूर्व विधायक नितिन सरदेसाई ने इसका समर्थन किया। अविभाजित शिवसेना से अलग होकर ठाकरे ने मनसे का गठन किया था।
इससे पहले दिन में नंदगांवकर ने संवाददाताओं से कहा कि ठाकरे ने पार्टी कार्यकर्ताओं से महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों में से 225 से 250 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार रहने को कहा है, जहां अक्टूबर में चुनाव होने हैं। मनसे ने हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों के दौरान भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को समर्थन देने की घोषणा की थी और ठाकरे ने राज्य में गठबंधन के उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया था।