राजस्थान के अलवर से भाजपा विधायक ज्ञान देव आहूजा ने कहा है कि भगवान हनुमान दुनिया के पहले आदिवासी थे। उनका विश्वास है कि हनुमान आदिवासियों के बीच काफी ज्यादा पूजे जाते हैं। उन्होंने आदिवासियों को इकट्ठा करके एक सेना बनाई थी जिसे खुद भगवान राम ने प्रशिक्षण दिया था। उन्होंने कहा कि दलित संगठनों द्वारा भारत बंद आंदोलन के दौरान हनुमान की तस्वीर का अपमान किया गया। इस अपमान का वीडियो देखकर उन्हें बहुत दुख पहुंचा।
एएनआई के मुताबिक, आहूजा ने कहा, 'इस धरती पर प्रथम आदिवासी नेता हनुमान हुए हैं। सबसे ज्यादा मंदिर भी हनुमान जी के हैं। हमें उनका असम्मान नहीं करना चाहिए। पार्टी दफ्तर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए विधायक ने कहा कि उन्होंने भाजपा सांसद किरोड़ीलाल मीणा से बात की और उनसे कहा, 'आपको शर्म आनी चाहिए, आप खुद को आदिवासी कहते हैं और फिर भी हनुमान जी का सम्मान नहीं करते हैं।'
जेएनयू पर बयान देकर आए थे सुर्खियों में
यह पहली बार नहीं है जब विधायक ने इस तरह का विवादित बयान दिया हो। इससे पहले भी वह ऐसे बयान दे चुके हैं जिससे विवाद पैदा हुआ है। फरवरी 2016 में उन्होंने दावा किया था कि जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के कैंपस में रोजाना 3 हजार कॉन्डम और 2 हजार शराब की बोतलें बरामद होती हैं। पिछले साल दिसबंर में ही आहूजा ने कहा था कि जो लोग गौहत्या और गौतस्करी में शामिल होते हैं उन्हें भी जानवरों की तरह मार दिया जाना चाहिए।
Is dharti pe pratham adivasi neta Hanuman hue hain. Sabse zyada mandir bhi Hanuman ji ke hain, humein unka asamman nahi karna chahiye: Rajasthan BJP MLA Gyan Dev Ahuja on incident in Barmer where reportedly disrespect was shown towards Lord Hanuman during SC/ST Act protest pic.twitter.com/uV9SxRZIYK
— ANI (@ANI) May 27, 2018