राजस्थान पुलिस ने बॉलीवुड एक्ट्रेस पायल रोहतगी को उनके अहमदाबाद स्थित निवास स्थान से पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है। उन पर नेहरू-गांधी परिवार के खिलाफ आपत्तिजनक कंटेंट पोस्ट करने का आरोप है।
पायल के खिलाफ बूंदी में केस
मोतीलाल नेहरू, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और अन्य परिवारी सदस्यों के खिलाफ आपत्तिजनक कंटेट पोस्ट करने के लिए बूंदी पुलिस ने आइटी एक्ट के तहत 10 अक्टूबर को पायल के खिलाफ केस दर्ज किया था। पुलिस ने इस महीने के शुरू में इस केस के सिलसिले में जवाब देने के लिए नोटिस भेजा था।
क्या अभिव्यक्ति की आजादी महज एक मजाक
पायल रोहतगी ने ट्वीट करके बताया कि राजस्थान पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है क्योंकि उन्होंने गूगल से जानकारी लेकर मोतीलाल नेहरू के बारे में वीडियो बनाया था। उन्होंने पीएमओ और गृह मंत्री को टैग करते हुए सवाल किया कि विचारों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता क्या एक मजाक भर है।
पुलिस ने सहयोग न करने का आरोप लगाया
बूंदी की पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता ने बताया कि पुलिस ने रोहतगी को सोमवार को उनके अहमदाबाद स्थित निवास से आइटी एक्ट के तहत दर्ज केस के सिलसिले में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। उन्हें बूंदी लाया जा रहा है। एसपी ने कहा कि एक्ट्रेस जांच में सहयोग नहीं कर रही हैं। उन्हें औपचारिक रूप से गिरफ्तार नहीं किया गया है।
युवा कांग्रेस नेता ने शिकायत की थी
रोहतगी ने गुरुवार को अग्रिम जमानत के लिए आवेदन किया था और इसकी सुनवाई सोमवार को होने वाली थी। प्रदेश युवा कांग्रेस के महासचिव और बूंदी निवासी चरमेश शर्मा ने आपत्तिजनक कंटेंट की प्रतियों के साथ शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने उनके खिलाफ केस दर्ज किया। रोहतगी ने 6 औ 21 सितंबर को यह कंटेंट फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर पर पोस्ट गिया था।
सोनिया, प्रियंका पर दबाव डालने का आरोप
इस महीने के शुरू में एक्ट्रेस ने ट्विटर पर आरोप लगाया था कि उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री पर सोनिया और प्रियंका गांधी दबाव डाल रही हैं। इसके बारे में उनके पास कुछ रिकॉर्डिंग हैं। उन्होंेने सोनिया और प्रियंका से माफी मांगने की भी मांग की थी।
पायल ने इस तरह वीडियो बनाया था
रोहतगी ने कहा था कि उन्होंने लेखक एम. ओ. मराठी के हवाले से तीसरे पक्ष के आधार पर वीडियो बनाया था। हालांकि उन्होंने मराठी को कभी नहीं पढ़ा। उन्होंने यह वीडियो तब बनाया था जब ट्रिपल तलाक पर संसद में चर्चा हो रही थी। कांग्रेस ने ट्रिपल तलाक बिल समर्थन नहीं दिया। उन्होंने 11 दिसंबर को ट्विटर के जरिये कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से अपील की थी कि वे चरमेश शर्मा को केस वापस लेने को कहें।