दिल्ली के गाजीपुर इलाके की रहने वाली 11 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ किडनैपिंग और रेप का मामला सामने आया है। लड़की को यहा से अगवा कर गाजियाबाद के अर्थला इलाके के एक मदरसे में ले जाया गया और वहां एक मौलवी और नाबालिग ने उसके साथ रेप किया। बच्ची ने मजिस्ट्रेट के सामने दिए बयान में खुद के साथ हुई हैवानियत की जानकारी दी। इस घटना के खिलाफ लोगों ने गाजीपुर में सड़क जाम की तो भाजपा के सांसद मनोज तिवारी राजपथ पर कैंडल मार्च में शामिल हुए। मनोज तिवारी और एक अन्य भाजपा सांसद महेश गिरि ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिख कर मामले की सीबीआइ जांच कराने की मांग की है।
लड़की 21 अप्रैल की शाम को अचानक अपने घर के पास से लापता हो गई थी। घरवालों ने बच्ची की तलाश शुरू की, लेकिन वह नहीं मिली। इसके बाद परिवार वालों ने उसी शाम गाजीपुर पुलिस को मामले की सूचना दी। 24 घंटे के बाद लड़की के फोन की लोकेशन गाजियाबाद के एक मदरसे में थी। वहां गाजियाबाद और दिल्ली पुलिस ने दबिश दी और लड़की बरामद कर लिया। साथ ही मदरसे के मौलवी और एक नाबालिग 17 साल के लड़के को पूछताछ के लिए थाने ले आई।
सीसीटीवी फुटेज में लड़के के जाती दिखी
पुलिस को लड़की की सीसीटीवी फुटेज भी मिली है, जिसमे वह लड़के साथ जाते हुए दिख रही थी। पीड़ित लड़की ने सोमवार को कोर्ट में अपने बयान में कहा कि उसे 17 साल का नाबालिग लड़का गाजियाबाद के अर्थला इलाके के मदरसे में ले गया था। पुलिस ने लड़की की मेडिकल जांच भी करवाई। इसके बाद पॉक्सो एक्ट और रेप का केस दर्ज कर लिया गया। आरोपी नाबालिग लड़के को बाल सुधार गृह भेज दिया गया है जबकि मौलवी को पूछताछ के बाद जाने दिया। लड़की के परिवार का कहना है कि उनकी बेटी के साथ मदरसे के अंदर मौलवी और अन्य लोगों ने गैंग रेप किया है। उन सभी को भी गिरफ्तार करना चाहिए।
गाजीपुर इलाके में हुए कई प्रदर्शन
इस घटना को लेकर गाजीपुर थाने इलाके में कई बार प्रदर्शन किए गए। फिलहाल लोकल पुलिस से ये केस क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया गया है और मौलवी की भूमिका जांची जा रही है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक लड़की को एक दिन के लिए मदरसे में रखा गया था। आरोपी नाबालिग लड़का भी मदरसे में पढ़ाई करता है। मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।
कैंडल मार्च में शामिल हुए भाजपा नेता
दिल्ली के गाजीपुर से अगवा मासूम के मदरसे में मिलने के मामले में दिल्ली प्रदेश भाजपा के नेता भी सड़कों पर उतर आए हैं। इस घटना के खिलाफ भाजपाइयों ने विभिन्न संगठनों के साथ राजपथ पर कैंडल मार्च निकाला। इस पर तंज कसते हुए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी से सवाल किया कि कैंडल मार्च निकालकर प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं, गिरफ्तारी क्यों नहीं करते?
इससे पहले मनोज तिवारी, सांसद महेश गिरी, पूर्वी दिल्ली नगर निगम के उपमहापौर बिपिन बिहारी सिंह आदि ने पीड़ित लड़की और उसके माता-पिता एवं अन्य परिजनों से मुलाकात की।