दिल्ली में शनिवार को कोरोना मरीजों के लिए बेड की दरें तय कर दी गई हैं। अब कोरोना मरीजों का इलाज करने वाले हर अस्पताल में मरीजों को एक तय दाम देना होगा। उपराज्यपाल अनिल बैजल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कोरोना के मरीजों के लिए बेड की दरें तय करने की उच्च-स्तरीय विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों को मंजूरी दे दी गई है।
उपराज्यपाल ने कहा अब से अस्पतालों में आइसोलेशन बेड, आईसीयू का वेंटिलेटर के बिना और साथ दरें 8 हजार-10 हजार, 13 हजार-15 हजार और 15 हजार-18 हजार रुपये तय की गई हैं। उन्होंने कहा कि उच्च-स्तरीय विशेषज्ञ समिति द्वारा अनुमोदित दरें निजी अस्पतालों के 100 प्रतिशत कोविड बेडों के लिए लागू होंगी। बता दें कि निजी अस्पतालों में कुल बेडों के अधिकतम 60 प्रतिशत को कोविड-19 बेड में तब्दील किया जा सकता है।
टेस्टिंग की दरें की गई सस्ती
उन्होंने कहा कि हाल में गृह मंत्री के निर्देश पर दिल्ली में कोविड टेस्टिंग की संख्या में भारी वृद्धि कीगई है और लोगों के लिए टेस्टिंग की दरों को भी काफी सस्ती कर दी गई है। गृह मंत्री के निर्देश पर गठित समिति के सिफारिशों के अनुसार निजी अस्पतालों की दरों को कम करने का निर्णय लिया गया जो कोविड के खिलाफ लडाई में लोगों की मदद करेगा।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर बताया कि केंद्र सरकार की कमेटी ने प्राइवेट अस्पतालों में 60 प्रतिशत कोविड बेड्स कम रेट पर उपलब्ध कराने की सलाह दी थी। उससे बहुत कम बेड्स कम दाम पर उपलब्ध हो रहे थे। अब 100 प्रतिशत बेड्स कम दाम पर उपलब्ध रहेंगे।
एलजी ने लिया अपना आदेश वापस
इससे पहले दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार द्वारा भारी विरोध किए जाने के बाद उपराज्यपाल अनिल बैजल ने कोरोना मरीजों को लेकर जारी किया गया अपना आदेश वापस ले लिया। इस फैसले के तहत उपराज्यपाल ने सभी कोरोना मरीजों को कम से कम 5 दिन सरकारी क्वारंटीन सेंटर में रखे जाने का आदेश दिया था। इस फैसले पर दिल्ली सरकार ने आपत्ति जताई थी तथा मामले को हाई कोर्ट में चुनौती दी थी।