दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कांग्रेस पर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कांग्रेस का भाजपा के साथ 'गोपनीय समझौता है।' केजरीवाल ने कहा कि उनकी पार्टी दिल्ली में कांग्रेस-भाजपा गठबंधन के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए तैयार है और दिल्ली की जनता इस 'अपवित्र गठबंधन' को हराएगी। केजरीवाल का यह बयान दिल्ली में सीट बंटवारे पर कांग्रेस के साथ सहमति न बन पाने के बाद आया।
क्या कहा केजरीवाल ने
कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे पर वार्ता विफल हो जाने के बाद केजरीवाल ने अपने ट्वीट में कहा, 'ऐसे समय में जब पूरा देश मोदी-शाह की जोड़ी को हराना चाहता है लेकिन कांग्रेस भाजपा विरोधी वोटों में सेंध लगाकर उसकी मदद कर रही है। ऐसी चर्चा है कि भाजपा के साथ कांग्रेस का एक गोपनीय समझौता है। दिल्ली की जनता भाजपा-कांग्रेस गठबंधन के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए तैयार है। दिल्ली के लोग इस अपवित्र गठबंधन को हराएंगे।'
कांग्रेस ने गठबंधन से किया इनकार
इससे पहले दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित ने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा और पार्टी ने सर्वसम्मति से अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली में गठबंधन पर चर्चा के लिए पार्टी के नेताओं की बैठक बुलाई थी। समझा जाता है कि इस बैठक में आप के साथ गठबंधन की संभावनाओं पर चर्चा की गई। शीला दीक्षित शुरू से ही आप से गठबंधन के खिलाफ रही हैं।
केजरीवाल ने जताई थी गठबंधन की इच्छा
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कुछ दिनों पहले कांग्रेस के साथ गठबंधन करने की अपनी इच्छा जताई थी लेकिन कांग्रेस ने उनकी मांग को कोई तवज्जो नहीं दी। इसके बाद आप ने गत शनिवार को दिल्ली की छह सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। पार्टी ने पश्चिमी दिल्ली से अपने उम्मीदवार की घोषणा अभी नहीं की है। आप ने नई दिल्ली से बृजेश गोयल, पूर्वी दिल्ली से आतिशी, उत्तर पूर्वी दिल्ली से दिलीप कुमार पांडे, दक्षिण दिल्ली से राघव चढ्ढा, चांदनी चौक से पंकज गुप्ता और उत्तर पश्चिम दिल्ली से गगन सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है।