केरल के सबरीमाला स्थित भगवान अयप्पा के मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के बाद फैला तनाव अब हिंसक रूप लेता नजर आ रहा है। केरल में पिछले दो दिन से तनावग्रस्त माहौल है। इसी दौरान कन्नूर जिले के थलसरी में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM), आरएसएस और बीजेपी नेताओं पर भी हमले की बात सामने आ रही है।
सबरीमाला पर जारी विवाद के बीच बीजेपी सांसद के घर पर देसी बम फेंका गया जबकि इससे कुछ घंटे पहले ही लेफ्ट पार्टी के विधायक के घर भर बम फेंका गया था। पुलिस ने दोनों मामलों में शिकायत दर्ज कर ली है। इस मामले को लेकर पुलिस ने शनिवार को बताया कि भगवान अयप्पा के मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के बाद से जारी हंगामे के बीच कुछ अज्ञात लोगों ने भाजपा सांसद के घर पर देसी बम फेंका और आरएसएस के एक कार्यालय में आग लगा दी है।
साथ ही, पुलिस ने बताया कि हिंसा की दो ताजा घटनाएं सामने आईं हैं, जहां दो अज्ञात लोगों ने सीपीआई (एम) के विधायक ए.एन शमसी और पार्टी के पूर्व कन्नूर जिला सचिव पी सासी के घरों पर देसी बम फेंकने की घटना को अंजाम दिया।
मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के बाद प्रदर्शनकारियों का हंगामा
इससे पहले गुरुवार को मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के विरोध में बुलाए गए बंद के दौरान भी प्रदर्शनकारियों ने काफी हंगामा किया था। इस दौरान 100 से ज्यादा लोग घायल हुए थे, साथ ही पुलिस और मीडियाकर्मियों को भी चोटें आई थीं। इन घटनाओं के बाद से पुलिस ने इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी है।
केरल के डीजीपी, लोकनाथ बेहरा ने इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि कन्नूर जिले में शुक्रवार रात हिंसा के सिलसिले में निरोधी हिरासत में 33 लोग लिए गए हैं। वहीं, पथानामथिट्टा जिले में हमलों के संबंध में 76 मामले दर्ज किए गए हैं और 110 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
सीपीएम के नेता शमसी के घर पर बम से हमला
पुलिस ने बताया कि बाइक पर सवार अज्ञात लोगों ने उत्तरी केरल के कन्नूर जिले में थलासेरी के पास मदापेडिकायिल में सीपीएम के नेता ए.एन शमसी के घर पर बम फेंका। सीपीएम के नेता शमसी ने कहा, राज्य में हिंसा आरएसएस द्वारा भड़काने की कोशिश की जा रही है। वे हिंसा पैदा करने और राज्य के शांतिपूर्ण माहौल को नष्ट करने का इरादा रखते हैं।'
334 लोगों का समूह हिरासत में
केरल में विरोध के बाद पुलिस ने बताया कि 334 लोगों के एक समूह को एहतियातन हिरासत में लिया गया। उन्होंने बताया कि हिंदू संगठनों की हड़ताल के कारण राज्य में हुई व्यापक हिंसा के बाद पुलिस ने हिंसक प्रदर्शनों में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए विशेष अभियान ‘ऑपरेशन ब्रोकन विंडो’ चलाया।
पुलिस ने एक विज्ञप्ति जारी कर बताया कि विशेष शाखा हिंसा में शामिल लोगों की सूची तैयार करेगी और उसे आगे की कार्रवाई के लिए जिला पुलिस प्रमुखों को सौंपेगी। विज्ञप्ति में बताया गया है कि हिंसा के दोषियों की एक फोटो एलबम भी तैयार की जाएगी। हिंसा में शामिल आंदोलनकारियों को गिरफ्तार करने के लिए विशेष दल भी गठित किए जाएंगे।
इसमें कहा गया है कि संदिग्धों के मोबाइल फोन जब्त किए जाएंगे और उन्हें डिजिटल जांच के लिए भेजा जाएगा। उनके घरों पर हथियारों का पता लगाने के लिए छापे भी मारे जाएंगे। विज्ञप्ति के अनुसार सोशल मीडिया पर कथित घृणा अभियान में शामिल लोगों के खिलाफ मामले भी दर्ज किए जाएंगे।
इन दो महिलाओं ने रचा इतिहास
राज्य में उस दिन से उग्र प्रदर्शन हो रहे हैं जब दो महिलाएं बिंदू और कनकदुर्गा ने बुधवार को तड़के सबरीमला मंदिर में भगवान अयप्पा के दर्शन किए। विभिन्न हिंदुत्व समर्थक समूहों के एक संगठन सबरीमाला कर्म समिति और अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद द्वारा बुलाई हड़ताल बृहस्पतिवार को हिंसक प्रदर्शन में बदल गई।