पुलवामा आतंकी हमले और एयर स्ट्राइक को लेकर विपक्षी के नेताओं के विवादित बयान थमने का नाम नहीं ले रहे। आतंकी हमले पर समाजवादी पार्टी के राम गोपाल यादव के बाद अब कांग्रेस के ओवरसीज प्रमुख सैम पित्रोदा ने एयर स्ट्राइक में मारे गए आतंकियों का हिसाब मांगा है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पर पलटवार करते हुए कहा है कि यह सेना का अपमान है।
सैम पित्रोदा ने एक इंटरव्यू में कहा कि कुछ लोगों की हरकत के लिए पूरे पाकिस्तान के नागरिकों को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। उन्होंने एयर स्ट्राइक पर सवाल खड़े करते हुए कहा, 'क्या एयर स्ट्राइक हुई? अगर हुई तो कितने लोग मारे गए? मुझे जानने का अधिकार है।'
क्या वाकई मारे गए 300 लोगः पित्रोदा
पित्रोदा ने कहा, 'मैंने न्यूयॉर्क टाइम्स में रिपोर्ट पढ़ी, इसलिए और ज्यादा जानने की इच्छा है। क्या वाकई हमने हमला किया? क्या वाकई 300 लोग मारे गए? एक नागरिक होने के नाते मुझे जानने का अधिकार है और मेरी ड्यूटी है कि मैं सवाल करूं। इसका मतलब यह नहीं कि मैं राष्ट्रवादी नहीं हूं या मैं उधर का पक्ष ले रहा हूं। अगर आप कहते हैं कि 300 लोग मारे गए तो वैश्विक मीडिया यह क्यों कह रहा है कि कोई नहीं मारा गया। मुझे एक नागरिक के तौर पर यह बुरा लगता है।'
130 करोड़ लोग माफ नहीं करेंगेः पीएम
पित्रोदा के बयान के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस पार्टी देश की सेनाओं पर सवाल खड़ा कर रही है। उन्होंने लिखा, 'कांग्रेस राज घराने के वफादार ने मान लिया है कि कांग्रेस आतंकवादी ताकतों को जवाब नहीं देना चाहती थी। यह न्यू इंडिया है और हम आतंकवाद को उसी भाषा में जवाब देंगे जो उसे समझ में आती है।'
मोदी ने लिखा, 'विरोधी दल बार-बार सेना का अपमान करते हैं। मैं अपने देशवासियों से अपील करता हूं कि आप इन लोगों से उनके बयान पर सवाल पूछें। उन्हें बता दें कि 130 करोड़ लोग उन्हें माफ नहीं करेंगे। पूरा भारत हमारी सेना के साथ है। जनता माफ नहीं करेगी।'
'शहीद परिवारों का अपमान है'
मोदी ने एक दूसरे ट्वीट में समाजवादी पार्टी नेता राम गोपाल यादव को निशाने पर लेते हुए कहा, 'विपक्ष आतंकवाद का समर्थन करने और सशस्त्रबलों से सवाल करने का आदी हो गया है। राम गोपाल यादव का बयान उनका अपमान है जिन्होंने कश्मीर को बचाने के लिए अपनी जान दे दी। यह हमारे शहीदों के परिवारों का अपमान है।'
हमले को बताया था साजिश
रामगोपाल यादव ने गुरुवार को कहा था, 'अर्द्धसैनिक बल सरकार से दुखी हैं। वोट के लिए जवान मार दिए गए। जवानों को साधारण बसों में भेजा गया। यह साजिश थी। जब सरकार बदलेगी, इसकी जांच होगी, तब बड़े-बड़े लोग फंसेंगे।'
पिछले महीने 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे और इस हमले के बाद देश में काफी रोष फैल गया था और सरकार पर दबाव था कि वह इस पर अपना जवाब दे। बाद में भारतीय सेना ने पाक सीमा में बालाकोट में घुसकर जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को ध्वस्त किया था।