सुप्रीम कोर्ट के दो जजों ने चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा को चिट्ठी लिखकर फुल कोर्ट बुलाने की मांग की है। यह चिट्ठी जस्टिस रंजन गोगोई और जस्टिस मदन लोकुर ने लिखी है। इसमें कहा गया है कि हमें संस्थानिक मुद्दों और अदालत के भविष्य पर विचार करने की जरूरत है।
सोमवार सुबह रूटीन चाय मीटिंग में भी जस्टिस गोगोई और जस्टिस लोकुर ने यह मुद्दा उठाया था। नौ अप्रैल को जस्टिस कुरियन जोसफ ने भी चीफ जस्टिस को चिट्ठी लिखकर कॉलेजियम की सिफारिशों पर सरकार के रवैये पर कदम उठाने को कहा था।
गौरतलब है कि हाल ही में विपक्षी दल चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाये थे। राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने इसे खारिज कर दिया था। जनवरी में भी सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस जे. चेलमेश्वर, जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस मदन लोकुर और जस्टिस कुरियन जोसेफ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि सुप्रीम कोर्ट का प्रशासन ठीक तरह से काम नहीं कर रहा है, अगर ऐसा चलता रहा तो लोकतंत्र खत्म हो जाएगा।