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शाहरुख खान के नाम पर शुरू हुई स्कॉलरशिप की दूसरी हकदार का होगा चयन, मिलेगा ऑस्ट्रेलिया की यूनिवर्सिटी में पढ़ने का मौका

हिंदी सिनेमा में अपने अभिनय से लोहा मनवाने वाले किंग खान यानी शाहरुख खान हमेशा ही अपनी सामाजिक...
शाहरुख खान के नाम पर शुरू हुई स्कॉलरशिप की दूसरी हकदार का होगा चयन, मिलेगा ऑस्ट्रेलिया की यूनिवर्सिटी में पढ़ने का मौका

हिंदी सिनेमा में अपने अभिनय से लोहा मनवाने वाले किंग खान यानी शाहरुख खान हमेशा ही अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों के लिए जाने जाते हैं। एक ऐसी ही खूबसूरत पहल शाहरुख खान के द्वारा की गई है, जिससे भारतीय महिलाओं के जीवन में बदलाव आएगा। शाहरुख खान के नाम पर शुरू हुई स्कॉलरशिप के लिए दूसरी हकदार का चयन शुरू हो गया है। साल 2019 में शाहरुख खान के नाम पर स्कॉलरशिप की शुरूआत की गई थी। इसकी घोषणा शाहरुख खान की मौजूदगी में प्रतिष्ठित इन्डियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न और ला ट्रोब यूनिवर्सिटी के सौजन्य से किया गया था। ला ट्रोब यूनिवर्सिटी ऑस्ट्रेलिया की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी है, जहां पढ़ने ख्वाब दुनिया भर के छात्र छात्राएं देखते हैं। 

 

साल 2019 में आयोजित इंडियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न में जब इस स्कॉलरशिप की घोषणा हुई तो इसकी पहली हकदार केरल की रिसर्चर गोपिका कोट्टनथारायिल बनीं, जो एनीमल साइंस, इकोलॉजी और मॉलिक्यूलर स्टडीज के माध्यम से खेती के तरीकों पर काम कर रही थीं। इस स्कॉलरशिप के लिए उन्हें मेलबर्न (ऑस्ट्रेलिया) बेस्ड ला ट्रोब यूनिवर्सिटी की शाहरुख खान पीएच. डी स्कॉलरशिप के लिए आए 800 भारतीय महिलाओं के आवेदन में से चुना गया था। गोपिका को ला ट्रोब यूनिवर्सिटी में चार साल की स्कॉलरशिप से सम्मानित किया गया था। कोरोना महामारी के कारण विश्व भर में शिक्षण संस्थान और शिक्षा व्यवस्था प्रभावित रही है। अब जब जीवन सामान्य होने की तरफ आगे बढ़ रहा है तो फिर से ला ट्रोब यूनिवर्सिटी की शाहरुख खान पीएच. डी स्कॉलरशिप के उपयुक्त उम्मीदवार की चयन प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके अंतर्गत 18 अगस्त 2022 से 23 सितंबर 2022 तक आवदेन आमंत्रित गए हैं। इसके बाद उपयुक्त उम्मीदवार का नाम चुना जाएगा। 

 

 

ला ट्रोब यूनिवर्सिटी की शाहरुख खान पीएच. डी स्कॉलरशिप के लिए अनिवार्य शर्त यह है कि उम्मीदवार भारतीय महिला नागरिक होनी चाहिए, जो भारत में रहकर पढ़ाई कर रही हो। इसके साथ ही महिला को अपनी मास्टर्स डिग्री हासिल किए हुए 10 साल से कम समय हुआ हो। यदि उम्मीदवार इन शर्तों पर खरी उतरती हैं तो उन्हें चार वर्षों की पढ़ाई के लिए ला ट्रोब यूनिवर्सिटी की शाहरुख खान पीएच. डी स्कॉलरशिप दी जाएगी। 

 

इन्डियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न के निदेशक मीतू भौमिक ने बताया कि इस स्कॉलरशिप के माध्यम से भारतीय महिला छात्राओं को अनुसंधान के क्षेत्र में काफी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया की ला ट्रोब यूनिवर्सिटी, विश्व की उन प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी में शामिल है, जहां पढ़ने का ख्वाब स्टूडेंट्स का होता है। यह खुशी की बात है कि शाहरूख खान के द्वारा यह ख्वाब पूरा किया जा रहा है, जिसमें इन्डियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न माध्यम बन रहा है। 

 

ऑस्ट्रेलिया की ला ट्रोब यूनिवर्सिटी ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, कपिल देव, अमिताभ बच्चन, राजकुमार हिरानी जैसे महान भारतीयों का अपने यहां अभिवादन किया है। इस पहल को महिला शिक्षा और अनुसंधान क्षेत्र में सकारात्मक नजर से देखा जाएगा। 

 

 

 

 

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