मौजूदा समय में जहां फैशन अक्सर अस्थाई रहता है, प्रसिद्ध डिज़ाइनर शिखा चौधरी अपने ब्रांड एमोरी के साथ बदलाव लाना चाहती है। बॉडी पॉजिटिविटी, रंग चिकित्सा, और डोपामाइन ड्रेसिंग पर विशेष ध्यान देने के साथ शिखा रचनात्मकता और कलात्मक तरीके से काम कर रही है। अपने ब्रांड के साथ डिज़ाइनर रंगों की परिवर्तनकारी शक्ति को उजागर कर रही है, जिसमें "डोपामाइन ड्रेसिंग" का उपयोग मूड को बेहतर बनाने और सकारात्मकता को बढ़ाने के लिए किया जाता है।
शिखा ने आगे बताया कि मैं मानती हूं कि फैशन सकारात्मक बदलाव का एक साधन हो सकता है। अपनी डिज़ाइनों में रंग चिकित्सा को सहजता से एकीकृत किया है, भावनात्मक स्वास्थ्य और समावेशिता का भी खास ध्यान रखा है। हर एक परिधान को विभिन्न प्रकार के शरीर की आकृतियों के अनुरूप बनाया जाता है, जिसमें पारंपरिक शिल्प कौशल और आधुनिक डिज़ाइन का समन्वय होता है, ताकि वस्त्र समय के साथ-साथ समकालीन भी बने रहें। मलमल के कपड़े और बारीक कढ़ाई जैसी तकनीकें न केवल सांस्कृतिक धरोहर का जश्न मनाती हैं बल्कि आज के फैशन की आवश्यकताओं को भी पूरा करती हैं।
सेलिब्रिटीज के लिए वस्त्र तैयार करना और शादियों और रनवे के लिए कुट्योर बनाने के बाद, शिखा ने अपने अनुभव साझा किए कि रामसेतु की गिलहरी की कहानी से प्रेरित होकर एक दशक से भी पहले ये ब्रांड शुरू किया था। जिसमें हमने यह विश्वास बनाए रखा है कि छोटी-छोटी कोशिशें भी लंबे समय तक प्रभाव डाल सकती हैं। इस सोच के साथ ही हमने ब्राइडल वियर से लेकर मिनिमल और बहुउपयोगी डिज़ाइनों पर भी काम किया है।
सस्टेनेबिलिटी पर ज़ोर देते हुए, यह ब्रांड शुद्ध कपड़ों और पर्यावरण के अनुकूल रंगों का स्रोत ढूंढता है और स्थानीय कारीगरों के साथ मिलकर काम करता है। हर उम्र को आराम देने वाले गारमेंट्स के निर्माण के साथ ही हम अब हस्तनिर्मित और पर्यावरण के प्रति जागरूक परिधानों को बनाने में एकाग्रित है। अमोरी के डिज़ाइन प्राकृतिक कपड़ों और मन को शांति देने वाले रंगों का उपयोग करते हैं, जो न केवल ट्रेंड का पालन करते हैं बल्कि आत्मा को भी शांति प्रदान करता हैं।