सीबीआई की विशेष अदालत ने कोलकाता पुलिस के पूर्व कमिश्नर राजीव कुमार की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया। करोड़ों रुपये के शारदा घोटाला मामले में यह याचिका आज (मंगलवार) सुबह ही राजीव कुमार के वकील ने दायर की थी। जिसमें सीबीआई नोटिस के संबंध में अग्रिम जमानत मांगी गई थी।
चार दिन में राजीव कुमार को तीन समन
जानकारी के अनुसार पिछले चार दिन में राजीव कुमार को तीन समन जारी हो चुके हैं लेकिन राजीव कुमार हाजिर नहीं हुए हैं। इसके बाद सीबीआई ने कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी शुरू कर दी है। मंगलवार दोपहर तक राजीव कुमार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई से कोर्ट का इनकार
शारदा चिट फंड केस में कोलकाता के पूर्व पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार को बड़ा झटका लगा है। उत्तर 24 परगना के बारासात में सीबीआई की विशेष अदालत ने राजीव कुमार की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया। राजीव कुमार की याचिका पर कोर्ट ने कहा कि यह हमारा अधिकार क्षेत्र नहीं है। राजीव कुमार को जिला जज कोर्ट में याचिका दायर करने का निर्देश दिया गया। यह याचिका सुबह ही राजीव कुमार के वकील ने दायर की थी। कोर्ट ने कहा कि यह हमारा अधिकार क्षेत्र नहीं है। राजीव कुमार को जिला जज कोर्ट में याचिका दायर करने का निर्देश दिया गया है।
कुमार को शनिवार को सीबीआई ने किया था समन
सीबीआई ने पूछताछ के लिए कुमार को शनिवार को समन किया था। ऐसा सीबीआई ने कलकत्ता हाई कोर्ट से उन्हें गिरफ्तारी से मिला अंतिम संरक्षण वापस लेने के बाद किया। कोर्ट ने पूर्व कोलकाता पुलिस आयुक्त को सारदा चिट फंड घोटाला मामले में गिरफ्तारी से संरक्षण दिया था। कोर्ट ने कुमार को 30 मई को अंतरिम संरक्षण दिया था और इसे कई बार बढ़ाया था।
राजीव कुमार पर ये हैं आरोप?
साल 2013 में ममता सरकार ने सारदा चिट फंड और रोज वैली घोटाले की जांच का जिम्मा विशेष जांच दल (एसआईटी) को दिया था। इसके प्रमुख राजीव कुमार थे। साल 2014 में सुप्रीम कोर्ट ने ये दोनों मामले सीबीआई को सौंप दिए। बाद में सीबीआई ने आरोप लगाया कि राजीव कुमार ने कई दस्तावेज, लैपटॉप, पेन ड्राइव, मोबाइल फोन उसे नहीं सौंपे। इस बारे में राजीव कुमार को कई बार समन भेजा गया लेकिन वह सीबीआई के सामने पेश नहीं हुए। सीबीआई के अनुसार इन्हीं साक्ष्यों के सिलसिले में उसके अफसर रविवार रात राजीव कुमार के आवास पर गए थे।
सीएम ममता के हैं करीबी
राजीव कुमार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का करीबी माना जाता है। इसी साल फरवरी महीने में सीबीआई टीम उनसे पूछताछ करने पहुंची थी, तब राज्य के पुलिसकर्मियों और केंद्रीय अधिकारियों के बीच नोकझोंक भी देखने को मिली थी। इस घटना के बाद ममता बनर्जी धरने पर भी बैठ गई थीं। सीबीआई के अधिकारियों को रोकने के मामले में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को जमकर फजीहत का सामना करना पड़ा था।