आगामी जी20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर, दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने एक प्लान के तहत आवारा कुत्तों को नज़र से दूर करने का मन बनाया है। दरअसल, राष्ट्रीय राजधानी में प्रमुख स्थानों के आसपास से आवारा कुत्तों को हटाने के लिए एक कार्य योजना जारी की गई है।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, आवारा कुत्तों की नसबंदी 4 अगस्त से शुरू की जाएगी और 30 अगस्त तक इसे अभियान के रूप में निरंतर किया काश। विज्ञप्ति में कहा गया, "प्रमुख स्थानों से जिन कुत्तों को उठाया जाएगा, उन्हें अस्थायी रूप से एनजीओ/प्राइवेट वेटी डॉक्टर्स द्वारा संचालित एबीसी केंद्रों में रखा जाएगा।"
यह अभियान एनजीओ और निजी पशु चिकित्सकों की मदद से चलाया जाएगा, जिसके दौरान 4 अगस्त से 30 अगस्त तक ऑपरेशन को सफल बनाने के लिए ज़ोन के लोगों के साथ-साथ संबंधित एनजीओ के लोगों और मशीनरी को तैनात किया जा सकता है।"
विज्ञप्ति में यह भी स्पष्ट रूप से कहा गया है कि इन स्थानों से उठाए गए आवारा कुत्तों को कार्यक्रम समाप्त होने तक उनकी आगे की देखभाल और भोजन के लिए पशु जन्म नियंत्रण (एबीसी) केंद्रों में रखा जाएगा। "एबीसी डॉग नियम 2001 और 2023 (अब) के अनुसार, आवारा कुत्तों को उसी क्षेत्र में वापस छोड़ा जाएगा जहां से उन्हें उठाया गया था।"
अधिसूचना में डीडीवीएस को यह भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि कुत्तों को चुनते और छोड़ते समय उन्हें कोई चोट न लगे। साथ ही यह सुझाव भी दिया गया कि आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए बटरफ्लाई नेट विधि का इस्तेमाल किया जा सकता है।