दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने रविवार को दस दिनों से चल रहा अपना अनिश्चितकालीन अनशन समाप्त कर दिया। अनशन खत्म करने के बाद उन्होंने कहा कि मैंने अकेले संघर्ष शुरू किया था पर मुझे देश भर के लोगों का समर्थन मिलता गया। उन्होंने 12 साल से कम उम्र की बच्चियों से रेप के दोषियों को फांसी की सजा देने वाले अध्यादेश का समर्थन किया। डीसीडब्ल्यू अध्यक्ष ने कहा कि मेरा अनशन खत्म हो गया है पर महिला सुरक्षा के लिए मेरा संघर्ष जारी रहेगा।
मालीवाल ने कहा कि आजाद भारत में यह सबसे बड़ी जीत है। इसके लिए मैं सभी को धन्यवाद देती हूं। राजघाट पर छोटी बच्चियों ने जूस पिलाकर दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष का अनशन खत्म कराया।
DCW Chief Swati Maliwal breaks her indefinite hunger strike, says, 'I was fighting alone but then I was supported by people across the country. I think this is a historical victory in independent India. I congratulate everyone on this victory.' pic.twitter.com/RAwlKOnyVP
— ANI (@ANI) April 22, 2018
इससे पूर्व उन्होंने कहा था कि मैं इस अध्यादेश को लाने के लिए प्रधानमंत्री की शुक्रगुजार हूं। मैं देश की जनता को इस जीत के लिए बधाई देती हूं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को स्वाति से अनशन तोड़ने की अपील की थी , लेकिन दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा था कि वह अपनी मांगें पूरी नहीं होने तक भूख हड़ताल जारी रखेंगी।
स्वाति मालीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर छह मांगें उठाईं थी। उनकी मांगों में अध्यादेश पारित करने, संयुक्त राष्ट्र के मानकों के हिसाब से पुलिस कर्मी तैनात करने और पुलिस बलों की जवाबदेही तय करने की मांग शामिल है।