कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए देश में महामारी को फैलने से रोकने के लिए मार्च में ही केंद्र सरकार ने लॉकडाउन का ऐलान कर दिया था। इसके बाद तमाम शैक्षणिक संस्थान, कंपनिया और पर्यटन स्थल भी अनिश्चितकाल के लिए बंद हो गए। आगरा का प्रसिद्ध ताजमहल भी उन्हीं में से एक है लेकिन मार्च में बंद किए जाने के 6 महीने बाद ताज के पर्यटकों के लिए सोमवार का दिन खुशियां लेकर आया। तकरीबन 188 दिन तक बंद रहने के बाद सोमवार को ताज के दरवाजे कुछ शर्तों के साथ पर्यटकों के लिए खोल दिए गए।
उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी फैलने के डर से जब सरकार ने लॉकडाउन किया तो सब कुछ बंद कर दिया। ताजमहल को भी पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया। आगरा का किला भी पर्यटकों के लिए बंद हो गया। इन्हें लॉकडाउन के पहले ही 17 मार्च को बंद कर दिया था, जिसके बाद अब पूरे 188 दिन बीत गए।
सरकार ने भले ही ताजमहल को पर्यटकों के लिए खोल दिया है, लेकिन पर्यटकों को सरकार की ओर से जारी कोविड-19 गाइडलाइन्स का पालन करना होगा। फिलहाल, पर्यटकों की गेट पर थर्मल स्कैनिंग की जा रही है। उसके बाद ही अंदर जाने दिया जा रहा है। नए दिशानिर्देश के मुताबिक ताजमहल में एक दिन में अधिकतम पांच हजार और आगरा किला में अधिकतम 2,500 पर्यटकों को ही प्रवेश मिलेगा। दोनों स्मारकों पर टिकट खिड़की बंद रहेगी।
ताजमहल के सभी स्मारक रेड जोन में होने के कारण बंद थे। बीते 1 सितंबर से पुरातत्व विभाग ने टिकट से प्रवेश मिलने वाले आठ स्मारकों में से छः स्मारकों को खोल दिया गया था। इसके बाद पुरातत्व विभाग और जिला प्रशाशन ने आपस में विचार-विमर्श के बाद 21 सितंबर से ताजमहल और किला पर्यटकों के लिए खोले जाने के आदेश जारी कर दिए थे।