हैदराबाद में जिस हाइवे एनएच-44 पर 27 नवंबर की रात महिला डॉक्टर का गैंगरेप हुआ, उसी हाइवे पर तेलंगाना पुलिस ने चारों आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया है। हैदराबाद पुलिस चारों आरोपियों को उस जगह लेकर गई थी जहां लेडी डॉक्टर की जली हुई बॉडी मिली थी। पुलिस आरोपियों को मौके पर इसलिए लेकर गई थी जिससे घटना का रिक्रिएशन किया जा सका। इस एनकाउंटर का पता शुक्रवार सुबह लगा। तेलंगाना पुलिस ने खबर की पुष्टी की है और बताया है कि आरोपियों को क्राइम सीन पर ले जाया गया था जहां उन्होंने भागने की कोशिश की तो उनका एनकाउंटर करना पड़ा। आरोपी ठीक उसी फ्लाइओवर के नीचे मारे गए हैं जहां वेटरनरी डॉक्टर को जिंदा जलाया गया था।
साइबराबाद पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनर ने बताया कि चारों आरोपी शुक्रवार तड़के 3 से 6 बजे के बीच शादनगर स्थित चतनपल्ली में एनकाउंटर में मारे गए। एक वरिष्ठ पुलिस अफसर ने कहा कि घटना में दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।
पुलिस ने की थी आरोपियों के 10 दिनों की हिरासत की मांग
इस मामले में पुलिस ने सोमवार को अदालत में याचिका दाखिल करके आरोपियों की दस दिनों की हिरासत की मांग की थी। लगातार तीन दिनों तक अभियोजन पक्ष की दलीलें सुनने के बाद सात दिनों की पुलिस हिरासत दे दी गई।
36 घंटों के भीतर पुलिस ने किया आरोपियों को गिरफ्तार
इस घटना के 36 घंटों के भीतर पुलिस ने शुक्रवार को आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद अगले दिन शादनगर अदालत में पेश किया गया, जहां से सभी को चेरलापल्ली जेल में भेजा दिया गया था। बता दें कि गैंगरेप और बर्बरता से हत्या के मामले तेलंगाना सरकार ने बुधवार को आरोपियों के खिलाफ मुकदमे की सुनवाई के लिए महबूबनगर जिले में स्थित प्रथम अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत को विशेष अदालत (फास्ट ट्रैक कोर्ट) के रूप में नामित किया था।
14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गए थे आरोपी
हैदराबाद में 27 नवंबर को टू-व्हीलर का टायर पंक्चर होने के बाद एक टोल प्लाजा के पास इंतजार कर रही 26 वर्षीय वेटरनरी डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। डॉक्टर का जला हुआ शव अगले दिन सुबह मिला था। पुलिस ने इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनके नाम मोहम्मद आरिफ, जोलू शिवा, जोलू नवीन और चिंताकुंटा चेन्नाकेशवुलु थे। आरिफ की उम्र 26 साल थी, जबकि बाकी आरोपियों की उम्र 20 साल बताई गई। ये सभी ट्रक ड्राइवर और क्लीनर थे, जिन्होंने शराब पीने के बाद 7 घंटे तक डॉक्टर के साथ दरिंदगी की थी। इसके बाद पीड़ित को शादनगर के बाहरी इलाके में जला दिया था। चारों आरोपियों को अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था।