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कल्याण सिंह के आचार संहिता उल्लंघन मामले पर राष्ट्रपति ने गृह मंत्रालय को भेजी रिपोर्ट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में कथित बयान को लेकर राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह को झटका...
कल्याण सिंह के आचार संहिता उल्लंघन मामले पर राष्ट्रपति ने गृह मंत्रालय को भेजी रिपोर्ट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में कथित बयान को लेकर राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह को झटका लगा है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आचार संहिता उल्लंघन मामले में चुनाव आयोग की रिपोर्ट गृह मंत्रालय को भेज दी है। 

कल्याण सिंह पर भाजपा के पक्ष में बोलने का आरोप लगा था जिसके बाद आयोग की एक टीम ने इस बयान को चुनाव आचार संहिता के खिलाफ मानते हुए उनकी शिकायत राष्ट्रपति से की थी।

आयोग ने राष्ट्रपति भवन को पत्र लिखकर कहा था कि कल्याण सिंह राजस्थान के राज्यपाल हैं और ऐसे किसी संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ति किसी पार्टी या व्यक्ति विशेष के पक्ष में बयान नहीं दे सकता है। इस मामले का संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्य चुनाव आयुक्त से रिपोर्ट मांगी थी।

क्या कहा था कल्याण सिंह ने 

राज्यपाल कल्याण सिंह ने 23 मार्च को अलीगढ़ में कहा था कि पीएम मोदी देश की जरूरत हैं और लोगों को एक बार फिर भाजपा को जिताने की आवश्यकता है ताकि वो दोबारा पीएम बन सकें। कल्याण सिंह के इस बयान पर सियासत गर्मा गई और मामला चुनाव आयोग तक पहुंचा था।

इन लोगों ने किया था ऐतराज

कल्याण सिंह के बयान पर ऐतराज जताते हुए राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा था, 'कल्याण सिंह जी के प्रति हमारे मन में पूरा सम्मान है। वह संवैधानिक पद पर हैं और गवर्नरों से यह उम्मीद की जाती है कि वे पक्षपात पूर्ण रवैया नहीं अपनाएंगे।' सूबे के डेप्युटी सीएम सचिन पायलट ने कल्याण सिंह के बयान को संवैधानिक जिम्मेदारी के विपरीत और उसका उल्लंघन करार दिया था। उन्होंने कहा कि यह दुखद है कि गवर्नर खुद को बीजेपी का कार्यकर्ता बता रहे हैं।

यह पहला मामला नहीं

यह दूसरी बार है जब चुनाव आयोग ने किसी राज्यपाल को आचार सहिंता का उल्लंघन करते पाया है। इससे पहले 1993 में हिमाचल के राज्यपाल गुलशेर अहमद को अपने बेटे सैय्यद अहमद के लिए चुनाव प्रचार करते पाया गया था। इसके बाद अहमद ने पद से इस्तीफा दे दिया था।

1992 में यूपी के सीएम पद से दिया था इस्तीफा

कल्याण सिंह 24 जून 1991 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद उन्होंने इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए 6 दिसंबर 1992 को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। 1993 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अतरौली और कासगंज से विधायक निर्वाचित हुए। कल्याण सिंह 21 सितंबर 1997 से 12 नवंबर 1999 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।

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