ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने तीन तलाक बिल को धोखा करार दिया है । बोर्ड का कहना है कि कहने को बिल में तीन तलाक पर रोक लगाने की बात की जा रही है लेकिन यह सभी तरह के तलाक पर रोक लगाता है। इसमें कई खामियां है जिसे दूर किया जाना चाहिए।
Muslim Personal Law Board is not opposing the Triple Talaq Bill, but raising objections on the major flaws which are against fundamental rights of Muslim men & women. The Bill is big 'Dhoka': AIMPLB.
— ANI (@ANI) February 8, 2018
तीन तलाक बिल के विरोध में उतरे ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की तीन दिन के लिए कल से 26 वीं आम सभा होने जा रही है। इसमें संसद में लंबित पड़े तीन तलाक बिल की स्थिति, योजना और आगे की संभावनाओं पर चर्चा की जाएगी।
बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना खलील-उर-रहमान साजिद नौमानी ने कहा कि तीन तलाक जैसा कानून दुनिया में कहीं नहीं है और यह बहुत गलत बनाया जा रहा है। इस क़ानून की आत्मा ही ठीक नहीं है। अगर कानून मौजूद खामियों को दूर कर दिया जाए तो यह हमें मंजूर है। इस मामले पर काफी वक्त पहले उन्होंने पीएम मोदी को पत्र लिखा था लेकिन अभी तक उनकी ओर से कोई भी जवाब नहीं आया है। बोर्ड ने सभी विपक्षी दलों से अनुरोध किया है कि मौजूदा स्वरूप में बिल पारित नहीं किया जाना चाहिए।
मालूम हो कि तीन तलाक बिल लोकसभा में पारित हो गया है लेकिन राज्यसभा में एनडीए का बहुमत न होने के कारण अभी पास नहीं हो पाया है। मुस्लिम महिला (प्रोटेक्शन ऑफ राइट्स ऑन मैरिज) बिल, 2017 में तीन तलाक को अपराध घोषित किया गया है जिसमें तीन तलाक देने पर तीन साल सजा का प्रावधान है।