देश 15 अगस्त, 2018 को अपना 72वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले से भाषण देने की तैयारी में लगे हुए हैं। प्रधानमंत्री का यह भाषण हर मायने में खास होता है। इसमें सरकार की उपलब्धियों का जिक्र होता है तो कई राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय संदेश भी निहित होते हैं। प्रधानमंत्री के इस भाषण को तैयार करने के लिए दो सप्ताह पहले जनता से राय मांगी गई थी।
जनता से मांगा गया था सुझाव
प्रधानमंत्री कार्यालय ने लोगों से इस पर अपनी राय देने और पीएम के भाषण को लेकर अपने विचार साझा करने को कहा था। इसके लिए मायगॉव डॉट इन पर सुझाव मांगे गए थे। लोगों से नमो एप और पीएमओ इंडिया वेबसाइट के जरिये भी अपने विचार व्यक्त करने के लिए कहा गया था। लोगों ने बड़ी संख्या में इसे लेकर अपने विचार साझा किए हैं।
पीएम के भाषण के लिए मिले 30 हजार से अधिक सुझाव
प्रधानमंत्री के भाषण के लिए 30 हजार से अधिक सुझाव आए हैं, जो विभिन्न माध्यमों से साझा किए गए हैं। इसके अतिरिक्त दूर-दराज के क्षेत्रों से करीब 2 हजार लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी के नाम पत्र भी लिखे हैं।
इस बार पीएम मोदी से जनता को ये है उम्मीद
पीएम मोदी को दिए गए सुझाव में लोगों ने कई सुझाव देते हुए उम्मीद जताई है। पीएम को दिए गए सुझावों में रोजगार के अवसर पैदा करने, परिवार नियोजन और स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित परामर्श हैं।
- पीएम को सबसे अधिक सलाह नौकरियों को लेकर आई हैं।
- आरक्षण पर कुछ ऐसा करने को कहा है जिससे किसी को बाधा नहीं हो।
- सरकार रिटायरमेंट की उम्र 55 करे ताकि अधिक से अधिक युवाओं को नौकरी का लाभ मिल सके।
- लोग उनके मोहल्ले में जोर-जोर से म्यूजिक सुनते हैं, जिस पर काबू करने के लिए कोई कदम उठाए।
- लोग पाकिस्तान से हिसाब से लेकर विपक्षी नेताओं के करप्शन पर लगे आरोप पर भी सुनना चाहते हैं।
वहीं, उत्तर प्रदेश की मनीषा श्रीवास्तव नाम की एक लड़की बयाकदा एक पीडीएफ बनाकर उसमें क्रमानुसार अपने सुझाव दिए हैं। उन्होंने इस सूची में उन्होंने सबसे पहले राजथान के शेखावटी में सीमेंट के स्थान पर चूने का प्रयोग बड़े स्तर पर कराए जाने का अभियान चलाया जा रहा है। इस विषय में स्वर्गीय राजीव दीक्षित जी जोकि स्वदेशी व भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के राष्ट्रीय सचिव थे, ने अपने व्याख्यानों में भी विस्तार से बताया है। कृपया इस विषय पर संज्ञान लें।
मनीषा ने कहा कि संस्कृत भाषा को अनिवार्य रूप से इंटर तक की विद्यालयी शिक्षा में जोड़ें ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी भारतीय पौराणिक शास्त्रों का अध्ययन करने में समर्थ हो। उन्होंने कहा कि गो पालन के लाभों के बारे में संपूर्ण जानकारी का लोगों में प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए।
मायगॉव डॉट इन वेबसाइट पर इस तरह के अन्य सुझाव भी पोस्ट किए गए हैं, जिनमें से एक जयेश गुप्ता का है। उन्होंने लिखा है कि आरक्षण के कारण कुछ योग्य छात्रों को भी IIT और NIT जैसे शिक्षण संस्थानों में दाखिला नहीं मिल पाता। उन्होंने मामले में प्रधानमंत्री से दखल देने को कहा। इसी तरह संतोष नाम के एक शख्स ने देश में शिक्षा और मेडिकल सिस्टम का मुद्दा उठाते हुए प्रधानमंत्री से इसे अपने भाषण में शामिल करने की अपील की है।
पंकज रामदास पाटिल का कहना है कि देश मे एकसमान नागरी कायदा लागू हो, जो भारत में सब जाति और धर्म को शिक्षा, नौकरी और सभी व्यवस्था में सबको साथ लेकर चले। सबको समान अधिकार मिले। उन्होंने आगे कहा, पुलिस विभाग कि व्यवस्था में बदलाव लाने कि जरूरत है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रधानमंत्री के भाषण के लिए जनता द्वारा दिए गए इन सुझावों में से कईयों का उपयोग उनकी स्पीच में होगा। पीएम मोदी इसमें आयुष्मान भारत के शुरू होने की डेट का भी ऐलान कर सकते हैं, जिसमें हर परिवार को 5 लाख रुपये का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा मिलेगा। इसके अलावा पीएम मोदी अपनी सरकार का रिपोर्ट कार्ड भी पेश करेंगे।