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उद्धव और राज ठाकरे की ऐतिहासिक संयुक्त रैली पर संजय राउत का बयान, कहा "दोनों नेता मराठी मानुष को दिशा देंगे"

महाराष्ट्र सरकार द्वारा हिंदी को तीसरी भाषा के रूप में पेश करने के दो सरकारी प्रस्तावों (जीआर) को रद्द...
उद्धव और राज ठाकरे की ऐतिहासिक संयुक्त रैली पर संजय राउत का बयान, कहा

महाराष्ट्र सरकार द्वारा हिंदी को तीसरी भाषा के रूप में पेश करने के दो सरकारी प्रस्तावों (जीआर) को रद्द करने के बाद शिवसेना (यूबीटी) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) द्वारा वर्ली में संयुक्त रैली को संबोधित करने से पहले, शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा कि ठाकरे परिवार के दो प्रमुख नेता मराठी मानुष को दिशा देंगे।

पत्रकारों से बात करते हुए संजय राउत ने कहा, "यह महाराष्ट्र में हम सभी के लिए एक त्यौहार की तरह है कि ठाकरे परिवार के दो प्रमुख नेता, जो अपनी राजनीतिक विचारधाराओं के कारण अलग हो गए थे, आखिरकार 20 साल बाद एक मंच साझा करने के लिए एक साथ आ रहे हैं। यह हमारी हमेशा से इच्छा रही है कि हमें उन लोगों से लड़ना चाहिए जो महाराष्ट्र के लोगों के खिलाफ हैं। आज एक साथ आकर उद्धव और राज ठाकरे निश्चित रूप से मराठी मानुष को दिशा देंगे।"

हाल ही में, महाराष्ट्र सरकार ने त्रि-भाषा नीति के कार्यान्वयन पर अपने 16 अप्रैल के आदेश को वापस ले लिया, जिसके तहत अंग्रेजी और मराठी माध्यम के स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा 1 से 5 तक के विद्यार्थियों के लिए हिंदी को "अनिवार्य" तीसरी भाषा बना दिया गया था।

मनसे नेता संदीप सुधाकर देशपांडे ने कहा, "यह एक ऐतिहासिक दिन है। हम सिर्फ़ उनके आयोजन स्थल पर ही जश्न नहीं मना रहे हैं, बल्कि मराठी लोग 5 जुलाई को महाराष्ट्र में कई जगहों पर विजय दिवस के रूप में मना रहे हैं, क्योंकि जिस तरह से हमारी सरकार हम पर हिंदी थोपने की कोशिश कर रही थी, यह उसके ख़िलाफ़ जीत है। मुझे नहीं लगता कि इस विजय रैली को राजनीतिक रूप से देखा जाना चाहिए। यह कोई राजनीतिक रैली नहीं है, यह मराठी लोगों की जीत है।"

16 अप्रैल और 17 जून को पारित प्रस्तावों को रद्द करने की जानकारी देते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घोषणा की कि राज्य में त्रिभाषा फार्मूले के कार्यान्वयन पर चर्चा के लिए एक समिति बनाई जाएगी।

मुख्यमंत्री फडणवीस ने शुक्रवार को मराठी के नाम पर गुंडागर्दी करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि महायुति सरकार आम लोगों के खिलाफ हिंसा बर्दाश्त नहीं करेगी।

उन्होंने कहा, ‘‘महाराष्ट्र में मराठी भाषा पर गर्व करना गलत नहीं है।लेकिन अगर कोई भाषा के कारण गुंडागर्दी करता है, तो हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। अगर कोई भाषा के आधार पर लोगों की पिटाई करता है, तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस ने इस घटना पर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की है और अगर भविष्य में कोई इस तरह का भाषा विवाद करता है, तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी," फडणवीस ने यहां संवाददाताओं से कहा। 

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