Advertisement

ट्रैक्टर परेड हिंसाः दिल्ली पुलिस की एफआईआर में दीप सिद्धू और लक्खा सिधाना का नाम नहीं

गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड हिंसा में गैंगस्टर लक्खा सिधाना और दीप सिद्धू का नाम सामने आया है। दीप...
ट्रैक्टर परेड हिंसाः दिल्ली पुलिस की एफआईआर में दीप सिद्धू और लक्खा सिधाना का नाम नहीं

गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड हिंसा में गैंगस्टर लक्खा सिधाना और दीप सिद्धू का नाम सामने आया है। दीप सिद्धू ने लाल किले पर तिरंगा फहराया। दिल्ली पुलिस ने 25 मामले दर्ज किए हैं और 37 किसान नेताओं को नामजद किया है लेकिन दीप सिद्धू और लक्खा का नाम एफआईआर में नहीं है। आंदोलनकारी किसानों का आरोप है कि आंदोलन खत्म करने के लिए केंद्र सरकार ने ही इन दोनों को लगाया था।

आंदोलन से जुड़े किसान यूनियनों के नेताओं ने दिल्ली में बवाल और हिंसा से खुद को किनारा कर लिया है। दिल्ली में हिंसा फैलाने और किसानों को भड़काने के लिए कई किसान नेता पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू को जिम्मेदार मान रहे हैं, तो कुछ लोग लक्खा सिंह सिधाना  को आरोपी मान रहे हैं।

योगेंद्र यादव ने कहा कि दीप सिद्धू और गैंगेस्टर से नेता बने लखा सिधाना ने पिछली रात सिंघु बॉर्डर पर भी किसानों को भड़काने की कोशिश की। योगेंद्र यादव ने आगे कहा, इस बात की जांच होनी चाहिए कि किस प्रकार एक माइक्रोफोन के साथ दीप सिद्धू लाल किले तक पहुंच गया। किसान नेताओं का मानना है कि दीप सिद्धू के उकसाने पर ही प्रदर्शनकारी लाल किले की परिसर में दाखिल हुए थे।

गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान आईटीओ पर भड़की हिंसा में दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की छह बसें और पांच पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इसके साथ ही 600 ट्रैक्टरों पर 10,000 से ज्यादा किसानों द्वारा प्रदर्शन में 70 लोहे के बैरिकेड्स को नुकसान पहुंचाया गया हैं। इस बात का दावा दिल्ली पुलिस ने अपने एफआईआर में किया है। दिल्ली पुलिस ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने आईपी एस्टेट पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में ट्रैक्टर परेड आयोजित करने की अनुमति नहीं दिए जाने के बावजूद तिलक ब्रिज से लुइटेंस दिल्ली में प्रवेश करने की कोशिश की, जहां पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की गई थी।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad