सरकार ने गुरुवार को कार्यकाल समाप्त होने से एक दिन पहले टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) के प्रमुख रामसेवक शर्मा का कार्यकाल दो साल के लिए बढ़ा दिया गया है। शर्मा हाल में आधार चैलेंज देकर चर्चा में आए थे। कैबिनेट की नियुक्ति संबंधी कमेटी ने उनकी पुनर्नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। अब वे इस पद पर 30 सितंबर, 2020 तक रहेंगे। शर्मा को जुलाई 2015 में तीन साल के लिए ट्राई का प्रमुख नियुक्त किया गया था।
ट्राई प्रमुख बनने से पहले शर्मा ने सूचना प्रौद्योगिकी सचिव के रूप में भी कार्य किया था। आधार प्रोजेक्ट शुरू करने में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। वह यूआइडीएआइ में महानिदेशक और मिशन निदेशक भी रह चुके हैं।
1982 बैच के झारखंड कैडर के आइएएस अधिकारी रहे शर्मा ने हाल में ट्वीटर पर अपना 12 अंकों का आधार नंबर शेयर किया था। उन्होंने चुनौती दी थी कि इस आधार नंबर से कोई उनका डेटा लीक कर दिखाए और इसका कुछ ठोस उदाहरण दें कि आप आधार नंबर जानकर मुझे कोई नुकसान पहुंचा सकते हैं। सोशल मीडिया पर इसकी काफी चर्चा हुई थी और शर्मा द्वारा इस तरह की चुनौती देने के आलोचना हुई थी।
शर्मा के इस ट्वीट के बाद हैकरों ने उनके आधार के जरिए मोबाइल नंबर से लेकर बैंक अकाउंट तक की जानकारी हासिल कर ली थी। हैकरों ने उनके अकाउंट में पैसे भी जमा करा दिए। इसके अलावा आधार के जरिए उनकी बेटी के मेल का पता कर उन्हें धमकी भरे मेल भी भेजे गए।
शर्मा द्वारा सार्वजनिक तौर पर आधार नंबर शेयर करने के बाद यूआइडीएआइ ने सलाह दी थी कि लोग ऐसा करने से बचे। हाल में दिए गए एक बयान में शर्मा ने कहा था कि उनका मकसद ये लोगों को आधार नंबर शेयर करने के लिए उकसाना नहीं था। उन्होंने कहा था कि बायोमेट्रिक पहचान नंबर के खुलासे, उसकी जानकारी देने या साझा करने से डिजिटल नुकसान का खतरा नहीं होता है।