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TRP घोटाला: अर्णब के साथ आरोपी पार्थो दासगुप्ता की तबियत बिगड़ी, वॉयरल हुआ है दोनों का चैट

बीएआरसॉ (ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल) के पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता को शुक्रवार रात मुंबई के...
TRP घोटाला:  अर्णब के साथ आरोपी पार्थो दासगुप्ता की तबियत बिगड़ी, वॉयरल हुआ है दोनों का चैट

बीएआरसॉ (ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल) के पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता को शुक्रवार रात मुंबई के जेजे अस्पताल के आईसीयू  वार्ड में भर्ती कराया गया था। दासगुप्ता कथित टेलीविजन रेटिंग प्वाइंट (टीआरपी) घोटाले में आरोपी हैं। पुलिस ने कहा कि वह अपनी मधुमेह की दवा लेना भूल गए थे जिससे उनका शुगर लेवल बढ़ गया था। अब उनकी हालत स्थिर है।

पिछले महीने दासगुप्ता को कथित टीआरपी मामले में बीएआरसी के सीओओ रोमिल रामगढ़िया की गिरफ्तारी के बाद गिरफ्तार किया गया था। इन दोनों पर आरोप है कि उन्होंने रिपब्लिक भारत न्यूज चैनल को टेलीविजन रैंकिंग में ट़ॉप चैनल के रूप में दिखाने के लिए टीआरपी में हेराफेरी की थी।

मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की कोर्ट ने 4 जनवरी को अदालत ने दासगुप्ता की जमानत अर्जी खारिज कर दी थी। दासगुप्ता के वकीलों ने उनकी जमानत की मांग करते हुए कहा कि यह संभव ही नहीं था कि दासगुप्ता कथित हेराफेरी को अंजाम दे सकते थे, क्योंकि बीएआरसी में निदेशक मंडल और आंतरिक समितियों सहित व्यवस्थाएं थीं। हालांकि, पुलिस ने यह कहते हुए याचिका का विरोध किया कि वे बीएआरसी के आला अधिकारियों में से एक थे और मामले की जांच जारी है।

बताया गया कि टीआरपी घोटाला मामले में मुंबई पुलिस द्वारा 11 जनवरी को दायर एक पूरक आरोप पत्र में रिपब्लिक टीवी के संपादक अर्नब गोस्वामी और दासगुप्ता के बीच कथित व्हाट्सएप के 200 से ज्यादा पेज हैं, जो कथित तौर अर्नब गोस्वामी के साथ उनकी कथित निकटता दिखाते हैं। पुलिस ने आरोप लगाया है कि गोस्वामी ने दासगुप्ता को पैसे का भुगतान किया था ताकि दोनों रिपब्लिक चैनलों के लिए न्यूज में सबसे अधिक टीआरपी दिखाई जा सके। दासगुप्ता और गोस्वामी के बीच नजदीकियां तब से थी जब वह दोनों टाइम्स नाउ में काम करते थे। बता दे कि बीएआरसी एक उद्दोग निकाय है जो टीआरपी की गणना करता है, जिसके आधार पर टीवी चैनलों के लिए विज्ञापन की दरें तय की जाती हैं।

गौरतलब है कि अर्णब गोस्वामी का वाट्सऐप चैट सोशल मीडिया पर लीक हुआ है। लीक हुए चैट में सत्तारूढ़ सरकार के सदस्यों, प्रधानमंत्री कार्यालय के साथ बात चीत का ब्यौरे के साथ-साथ बार्क के पूर्व सीईओ से हुई बातचीत नजर आ रही है। जिसमें अर्णब गोस्वामी की नजदीकी और टीआरपी के हेरफेर करने के प्रयासों से संबंधित जानकारी का खुलासा हुआ है। इस चैट को सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण ने एक सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर शेयर किया है।

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