जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों ने रिसर्च स्टूडेंट से आतंकी बने मन्नान बशीर वानी समेत हिजबुल मुजाहिद्दीन के दो आंतकवादियों को गुरुवार को हंदवाड़ा में मार गिराया। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का पीएचडी छात्र और हिजबुल कमांडर मन्नान बशीर वानी जनवरी में आतंकवादी संगठन में शामिल हुआ था। वानी कुपवाड़ा के लोलाब इलाके का रहने वाला था।
सूचना पर पुलिस और सुरक्षा बल जैसे ही वहां पहुंचे, उन पर आतंकवादियों ने गोलियां चलाईं। इसके बाद मुठभेड़ शुरू हुई। जो सुबह करीब 11 बजे तक चली। इस दौरान पुलिस ने लगातार घोषणा कर आतंकवादियों से आत्मसमर्पण करने की अपील भी की। सुबह करीब नौ बजे गोलीबारी रुक गई जिसके बाद पुलिस ने मुठभेड़ स्थल पर तलाशी अभियान शुरू किया लेकिन 15 मिनट बाद फिर से गोलीबारी शुरू होने के कारण तलाशी अभियान रोकना पड़ा।
भूगर्भ विज्ञान विभाग में रिसर्च कर था वानी
एएमयू के भूगर्भ विज्ञान विभाग में रिसर्च कर रहे मन्नान वानी ने कश्मीर घाटी में आतंक की राह पर चलने की वजह बताते हुए अपना एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल किया था और हिजबुल मुजाहिदीन प्रवक्ता ने उसके संगठन में शामिल होने की घोषणा की थी। मन्नान वानी यूपी पुलिस के रिकार्ड में लम्बे समय से गुमशुदा था। पिछले दिनों सेना ने कश्मीर के टॉप-10 आतंकियों की सूची में भी मन्नान को शामिल किया था।
प्रशासन ने एहतियात के तौर पर क्षेत्र के सभी शैक्षिक संस्थानों और जिले में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को बंद करने के आदेश दिए हैं। बांदीपोरा, बारामुला, पुलवामा और श्रीनगर जिलों के डिग्री कॉलेजों भी बंद कर दिया गया है।