पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआइटी) द्वारा गिरफ्तार किए गए दो संदिग्धों को सोमवार को बेंगलूरू के तृतीय अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पेश किया गया। पेशी के बाद उन्हें छह अगस्त तक के लिए पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया। इस हत्या के मामले में एसआइटी ने अभी तक नौ लोगों के गिरफ्तार किया है।
एसआइटी ने अमित राघवेंद्र बद्दी और गणेश मिस्की को रविवार को हुबली में गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद इन दोनों को बेंगलूरू लाया गया था। इससे पहले 18 जुलाई को मोहन नायक नाम के शख्स को कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले से गिरफ्तार किया गया। इस मामले में छठे संदिग्ध 26 वर्षीय परशुराम वाघमारे को राज्य के विजयपुर जिले से जून में गिरफ्तार किया गया था। वाघमेरे पर ही गौरी लंकेश की हत्या करने का आरोप है।
गौरतलब है कि गौरी लंकेश की हत्या पश्चिम बेंगलुरु स्थित उनके घर के बाहर बीते साल पांच सितंबर को गोली मारकर कर दी गई थी। हमले के वक़्त अज्ञात हमलावर ने हेलमेट पहन रखा था। वे ‘गौरी लंकेश पत्रिके’ नाम की साप्ताहिक पत्रिका की संपादक थीं। इस मैगजीन को ‘व्यवस्था विरोधी’ प्रकाशन के रूप में जाना जाता है।