यूक्रेन में रूस का हमला जारी है। भारत सरकार यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए ‘ऑपरेशन गंगा’ चला रही है। इस बीच यूक्रेन में फंसे भारतीयों को स्वदेश वापस लाने का अभियान तेज करते हुए केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। अब बताया जा रहा है कि इस मिशन को सफल बनाने में भारतीय वायुसेना की मदद ली जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भारतीयों को निकालने के लिए चलाए जा रहे 'ऑपरेशन गंगा' में वायुसेना को भी जुड़ने का आदेश दिया है। सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी है।
वायुसेना के हवाई जहाज़ों के जुड़ने से भारतीयों के लौटने की प्रक्रिया गति पकड़ेगी और उनकी संख्या में भी वृद्धि होगी। इसके साथ ही भारत से भेजी जा रही राहत सामग्री भी और तेजी से पहुंचेगी। भारतीय वायु सेना के कई सी-17 विमान आज ऑपरेशन गंगा के तहत उड़ान शुरू कर सकते हैं।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 24 घंटे में दो बार उच्च स्तरीय बैठक कर रणनीति बनाई। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की और उन्हें यूक्रेन संकट समेत कई मुद्दों पर जानकारी दी।
रूस के हमले के बाद यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को निकालने के लिए अब केंद्रीय मंत्रियों को मोर्चे पर लगाया जा रहा है। केंद्र सरकार ने सोमवार को फैसला किया कि केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरेन रिजिजू और वीके सिंह इस अभियान में समन्वय करने और छात्रों की मदद के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों में जाएंगे। सरकारी सूत्रों ने बताया कि ये मंत्री भारत के ‘विशेष दूत’ के तौर पर वहां जाएंगे।
गौरतलब है कि यूक्रेन से भारतीयों को वापस लाने के लिए सरकार की ओर से ‘‘ऑपरेशन गंगा’’ चलाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा था कि यूक्रेन में सभी भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरा सरकारी तंत्र चौबीस घंटे काम कर रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत पड़ोसी तथा विकासशील देशों के उन लोगों की भी मदद करेगा जो पूर्वी यूरोप के युद्धग्रस्त देश में फंसे हैं।