रेप आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और उनके सहयोगी शशि सिंह को आज (सोमवार) को दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने सेंगर को दिल्ली की तिहाड़ जेल में शिफ्ट करने का आदेश दिया। रविवार शाम को सीतापुर जेल में बंद कुलदीप को लेकर सीबीआई दिल्ली के लिए रवाना हुई थी। इस दौरान सेंगर ने कहा, ' मुझे फंसाया जा रहा है। यह दुर्घटना है या साजिश? इसकी व्यापक जांच होनी चाहिए। मुझे सीबीआई और मीडिया दोनों पर भरोसा है।'
वहीं, पीड़िता के साथ दुर्घटना की जांच के सिलसिले में नामजद सभी नौ आरोपियों को सीबीआई ने सोमवार को लखनऊ दफ्तर में तलब किया। इनमें अरोपी विधायक का भाई मनोज के अलावा विनोद मिश्र, हरिपाल सिंह, नवीन सिंह, कोमल सिंह, अरुण सिंह, ज्ञानेंद्र सिंह, रिंकू सिंह, अवधेश सिंह शामिल हैं। पीड़िता व उसके परिवार की सुरक्षा में तैनात रहने वाले 15 पुलिसकर्मी भी सीबीआई मुख्यालय पहुंचे हैं।
रविवार को 18 ठिकानों पर हुई थी छापेमारी
सीबीआई ने रविवार को कुलदीप के आवास समेत 4 जिलों के 18 ठिकानों पर छापेमारी की थी। जांच एजेंसी ने उन्नाव, बांदा, फतेहपुर, लखनऊ और सीतापुर में छापेमारी की। इससे पहले शनिवार और रविवार को सीबीआई ने जेल में बंद कुलदीप सेंगर से पूछताछ की थी। सीबीआई ने विधायक के सहयोगी शशि सिंह से भी पूछताछ की।
पीड़िता को धमकाने के एक मामले में शशि सिंह के बेटे नवीन सिंह को सीबीआई ने हिरासत में लिया है। टीम ने विधायक के घर पर छापा मारा था। सीबीआई ने उस कमरे को भी खंगाला जहां पर पीड़िता ने विधायक पर रेप करने का आरोप लगाया था। नौकरों से भी पूछताछ की गई। बताया जा रहा है कि सीबीआई को अहम सुराग हाथ लगे हैं।
अभी भी पीड़िता वेंटिलेटर पर
2017 में उन्नाव की रहने वाली एक युवती ने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर व उनके भाईयों पर रेप का आरोप लगाया था। बीते 28 जुलाई को रायबरेली जाते समय पीड़िता की कार को ट्रक ने टक्कर मार दी थी। जिसमें पीड़िता की चाची व मौसी की मौत हो गई थी। जबकि घायल पीड़िता व उसके वकील की हालत नाजुक है। दोनों का इलाज लखनऊ के केजीएमयू में चल रहा है। वकील का वेंटिलेटर हटा दिया गया है। जबकि पीड़िता अभी भी वेंटिलेटर पर है।