हाल ही में कराए गए एक सर्वे के बाद रेल मंत्रालय ने देश के सबसे गंदे रेलवे स्टेशनों की सूची को जारी कर दी है। इस लिस्ट में सबसे ज्यादा गंदे रेलवे स्टेशन उत्तर प्रदेश में हैं। इस सूची में कानपुर सेंट्रल देश का सबसे गंदा स्टेशन है, जबकि पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी चौथे नंबर पर है।
वहीं, दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र है। रेलवे ने देशभर में साफ-सफाई, ट्रेन व रेलवे स्टेशन पर स्वच्छता, कैटरिंग और खाने को लेकर एक सर्वे किया था, जिसके आधार पर ही ये रैंकिंग की गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारतीय रेलवे की तरफ से यह सर्वे 11 मई से 17 मई के बीच किया गया। रेलवे ने यह सर्वे इंटरएक्टिव वॉयस रिस्पांस (आईवीआर) सिस्टम के जरिए कराया, जिसके तहत यात्रियों को कॉल जाती है, जिस पर 6 मानदंडों- स्टेशनों और ट्रेनों में सफाई, खानपान की सुविधा, एयर कंडीशनिंग, भोजन, ट्रेनों का समय पर चलना और एसी कोच में दिए जाने वाले बेडरोल को लेकर सवाल पूछे जाते हैं, जिनके जवाब के लिए यात्रियों को विकल्प दिए जाते हैं।
विकल्प को चुनने के लिए उनको तय किए गए नंबर को दबाना होता है। यह कॉल उन यात्रियों को जाती है, जो टिकट बुक कराने के दौरान अपना मोबाइल नंबर देते हैं।
गंदे स्टेशनों में टॉप पर है कानपुर सेंट्रल
रेल मंत्रालय द्वारा जारी की गई लिस्ट में सबसे टॉप पर यूपी का मनचैस्टर कहे जाने वाला और उद्योग नगरी के तौर पर प्रसिद्ध कानपुर सेंट्रल स्टेशन है। रेलवे ने यहां के लिए कहा है कि स्टेशन पर केवल 39 फीसदी सफाई देखने को मिली है।
इस स्टेशन का करीब 61 फीसदी हिस्सा गंदा रहता है। यह एक जंक्शन स्टेशन है जहां से लखनऊ, इलाहाबाद, दिल्ली, झांसी और फर्रुखाबाद के लिए ट्रेन मिलती हैं।
यूपी के ये स्टेशन भी हैं शामिल
यूपी के अन्य स्टेशनों वाराणसी चौथे स्थान पर, इलाहाबाद छठे स्थान पर और राजधानी का प्रमुख स्टेशन लखनऊ चारबाग को नौवां स्थान मिला है|
दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र
इसके बाद मुंबई में स्थित तीन रेलवे स्टेशन कल्याण, लोकमान्य तिलक और थाणे शामिल है। गौरतलब है कि थाणे देश का सबसे पुराना और पहला रेलवे स्टेशन हैं, जहां से मुंबई के लिए रेल सेवा की शुरुआत हुई थी।
तीसरे नंबर पर बिहार
बिहार की राजधानी पटना का जंक्शन रेलवे स्टेशन इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर है। यहां पर भी 60 फीसदी यात्रियों ने साफ-सफाई की व्यवस्था पर रोष व्यक्त किया है।
पुरानी दिल्ली, चंडीगढ भी लिस्ट में
इस लिस्ट में पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन सातवें नंबर पर और चंडीगढ़ 10वें स्थान पर हैं। सिटी ब्यूटीफुल के नाम से मश्हूर चंडीगढ़ के स्टेशन को 55 फीसदी लोगों ने सबसे गंदा रेलवे स्टेशन माना है। जहां शहर में साफ-सफाई दिखती है, वहीं स्टेशन उतना साफ-सुथरा नहीं है।
इस सर्वे के आधार पर ये कहना गलत न होगा कि ये भारत स्वच्छ अभियान को भी पलीता लगाता दिख रहा है। मोदी सरकार सत्ता पर काबिज होने के बाद से ही देश में स्वच्छ भारत की मुहिम के तहत देशवासियों से साफ-सफाई से रहने की अपील कर रही है, लेकिन देश की लाइफलाइन कही जाने वाली भारतीय रेलवे के इस सर्वे से सामने आई हकीकत सफाई पसंद लोगों को निराश करने वाली है।