लॉकडाउन के बीच प्रवासी मजदूरों को बस मुहैया कराए जाने के मुद्दे पर कांग्रेस और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार आमने-सामने है। इस बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को एक बार फिर योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली उत्तर प्रदेश सरकार से कांग्रेस द्वारा मुहैया कराई जाने वाली बसों से प्रवासी श्रमिकों को उनके घरों तक ले जाने की अनुमति देने का आग्रह किया।
प्रियंका गांधी ने कहा, ''काफी समय से प्रवासी भाई-बहन विषम परिस्थितियों में, कड़ी धूप में, बगैर खाए पैदल अपने गाँव की ओर चल रहे हैं। ये लोग देशभर से आ रहे हैं। कई बहनें गर्भवती होने के बावजूद पैदल चल रही हैं। कई लोग बच्चों को गोद में लेकर जा रहे हैं।''
कांग्रेस की महासचिव ने कहा कि कल से हमारी बसें इंतजार कर रही हैं। साथ ही कहा कि बीजेपी को इन बसों पर अपने झंडे लगाने हों तो लगा लें लेकिन हमारी बसों को चलने दें। इससे 92 हजार लोगों को मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि जिन्होंने देश को बनाया है आज उन्हें सड़कों पर पैदल चलना और कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है, उनके प्रति हम सभी की जिम्मेदारी बनती है। यह राजनीति करने का नहीं बल्कि उनकी मदद करने का समय है।
इससे पहले कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने लगाया ये आरोप
इससे पहले बसों को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच सियासी संग्राम आज नोएडा तक आ पहुंचा। इस बीच कांग्रेस कार्यकर्ता तकरीबन 100 बसें लेकर नोएडा पहुंचे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बसों को आगे न ले जाने देने का आरोप लगाया है। साथ ही कहा है कि पुलिस ने सभी बसों को नोएडा के सेक्टर-39 में रोक दिया और उन्हें आगे बढ़ने नहीं दिया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (यूपीसीसी) के पदाधिकारी और शामली के पूर्व विधायक पंकज मलिक ने कहा, "हमारी नेता प्रियंका गांधी ने 1,000 बसें प्रदान करने का वादा किया है और हम राज्य के विभिन्न प्रवेश द्वारों पर तैयार हैं, लेकिन जब प्रवासियों की मदद का समय है तो इस पर भाजपा राजनीति कर रही है।"
इससे पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के निजी सचिव संदीप सिंह भी मंगलवार रात बसों के साथ नोएडा-गाजियाबाद बॉर्डर पर पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने यूपी के अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि हम 19 मई की सुबह से ही नोएडा और गाजियाबाद की सीमा के साथ-साथ लगी सीमा पर हैं और आपकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। हम 20 मई को शाम 4 बजे तक बने रहेंगे। उत्तर प्रदेश सरकार ने बसों को नोएडा और गाजियाबाद ले जाने के लिए कहा था।
संदीप सिंह ने अतिरिक्त मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी को लिखे पत्र में कहा, "हम प्रवासियों की मदद के लिए प्रतिबद्ध हैं और उम्मीद करते हैं कि यूपी सरकार प्रवासियों के प्रति सकारात्मक रुख दिखाएगी।" इसमें उन्होंने उत्तर प्रदेश की पुलिस पर भी आरोप लगाया।
नोएडा के एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि कल हमें जानकारी मिली थी कि एक राजनीतिक पार्टी से जुड़े 50-60 लोग एक्सप्रेस-वे पर खड़े हैं, जो कि धारा-144 और लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। संबंधित धाराओं के तहत लगभग 50 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। जांच चल रही है।
कांग्रेस के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू गिरफ्तार
इससे पहले उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को उत्तर प्रदेश की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आगरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बब्लू कुमार ने बताया कि कांग्रेस नेताओं के विरोध प्रदर्शन के मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया है। कांग्रेस द्वारा प्रवासी मजदूरों के लिए जुटाई गई बसें भेजने के मुद्दे पर कांग्रेसी नेताओं ने प्रदर्शन किया था।
आगरा के एसएसपी ने बताया कि फतेहपुर सीकरी थाने में आइपीसी की धारा 188 और 269 के अलावा महामारी कानून के तहत इस घटना के संबंध में केस दर्ज किया गया है। दो व्यक्तियों अजय कुमार लल्लू और विवेक बंसल को गिरफ्तार किया गया है।
प्रियंका के पीए पर लखनऊ में केस
इससे पहले कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के निजी सचिव संदीप सिंह और लल्लू के खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज थाने में केस दर्ज किया गया था। प्रवासी मजदूरों के लिए बसें मुहैया कराने को लेकर कांग्रेस पार्टी और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के बीच चल रहा आरोप-प्रत्यारोप एक तीखे मोड़ पर पहुंच गया है। उत्तर प्रदेश सरकार का कहना है कि बसों की जो सूची उपलब्ध कराई गई है, उनमें ऑटो और दूसरे वाहनों के भी नंबर हैं। इस सिलसिले में धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है।
प्रियंका ने योगी सरकार से राजनीति न करने की अपील की
बसों के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी ने मंगलवार को एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार से राजनीति न करने की अपील की है। प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीट में कहा है, 'उप्र सरकार का खुद का बयान है कि हमारी ओर से दी गई 1,049 गाड़ियों की लिस्ट में से 879 बसें हैं। ऊँचा नागला बॉर्डर पर आपके प्रशासन ने हमारी 500 से ज्यादा बसों को घंटों से रोक रखा है। इधर दिल्ली बॉर्डर पर भी 300 से ज्यादा बसें पहुंच रही हैं। कृपया, इन 879 बसों को तो चलने दीजिए। हम आपको कल 200 बसों की नई सूची दिलाकर बसें उपलब्ध करा देंगे। बेशक आप इस सूची की भी जांच कीजिएगा।' कांग्रेस ने जो 1,049 गाड़ियों की लिस्ट यूपी सरकार को सौंपी थीं उनमें 879 बसें निकलीं, 31 टू और थ्री व्हीलर्स और 69 अन्य वाहन थे। इसके अलावा लिस्ट में शामिल 70 वाहनों के नंबर का कोई डेटा उपलब्ध नहीं है।
'इन बसों पर आप चाहें तो भाजपा का बैनर लगा दीजिए'
पुलिस और पार्टी कार्यकर्ताओं के एक वीडियो शेयर करते हुए प्रियंका गांधी ने लिखा है कि उप्र सरकार ने हद कर दी है। जब राजनीतिक परहेजों को परे करते हुए त्रस्त और असहाय प्रवासी भाई बहनों को मदद करने का मौका मिला तो दुनिया भर की बाधाएं सामने रख दिए। योगी आदित्यनाथ जी इन बसों पर आप चाहें तो भाजपा का बैनर लगा दीजिए, अपने पोस्टर बेशक लगा दीजिए लेकिन हमारे सेवा भाव को मत ठुकराइए क्योंकि इस राजनीतिक खिलवाड़ में तीन दिन व्यर्थ हो चुके हैं। और इन्ही तीन दिनों में हमारे देशवासी सड़कों पर चलते हुए दम तोड़ रहे हैं।
यूपी में तेजी से बढ़ रहा है कोरोना संक्रमण
उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा रिकॉर्ड 323 कोरोना संक्रमित मरीजों के मामले सामने आए हैं। इससे पहले 17 मई को सर्वाधिक 208 मामले पाए गए थे। मंगलवार को मिले 323 नए संक्रमित मरीजों में सबसे ज्यादा बस्ती के 44 हैं। इसके साथ ही यूपी में अब तक 4,926 मरीज कोरोना वायरस के पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। वहीं प्रवासी श्रमिकों की हालत भी किसी से छुपी हुई नहीं है।