पिछले काफी समय से ताजमहल को लेकर जारी विवाद के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को ‘ताज’ का दीदार किया। योगी ने ताजमहल परिसर में सफाई अभियान में हिस्सा लिया।
इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ प्रदेश की पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, कई अधिकारी और उत्साहित समर्थक/कार्यकर्ता भी मौजूद थे। ताजमहल आने वाले उत्तर प्रदेश से भाजपा के पहले मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने 17वीं सदी के इस विरासत भवन परिसर में प्रवेश करने से पहले उसके पश्चिमी दरवाजे पर समर्थकों के साथ झाडू लगाकर सफाई की।
 ‘स्वच्छ भारत अभियान’ को बढ़ावा देने के लक्ष्य से योगी ने स्वयं प्रदेश के विधायकों, अधिकारियों और पार्टी के 500 से ज्यादा कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर पार्किंग में सफाई की। पीले दस्ताने, सफेद टोपी और प्रदूषण रोधी मास्क पहने योगी ने खुद भी झाडू लगायई।
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, गुरुवार सुबह आगरा पहुंचे मुख्यमंत्री की सुरक्षा के लिए शहर में 14,000 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। ऐसा माना जा रहा है कि अपनी पार्टी के नेताओं की टिप्पणियों के कारण उपजे विवादों को शांत करने के प्रयास में आदित्यनाथ यहां आए हैं।
गौरतलब है कि ताजमहल को लेकर विवाद की शुरूआत उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की बुकलेट में राज्य की विकास परियोजनाओं की सूची से ताजमहल का नाम नदारद होने से हुई थी। उसके बाद भाजपा विधायक संगीत सोम ने ताजमहल को ‘‘भारतीय इतिहास पर धब्बा’’ बताया था जबकि भाजपा सांसद विनय कटियार ने कहा था कि यह मूल रूप से शिव मंदिर ‘तेजो महालय’ है।
हालांकि, इस विवाद के बीच, गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी ने ताजमहल को भारतीयों के ‘खून पसीने’ से बनी इमारत बताते हुए इसे विश्वस्तरीय स्मारक एवं ‘भारत का गौरव’ करार दिया था। योगी की यह टिप्पणी बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान दिये गए उनके बयान के बिल्कुल विपरीत थी। चुनाव प्रचार के दौरान योगी ने कहा था कि ताजमहल भारतीय संस्कृति को नहीं दर्शाता है और विदेश से आने वाले गणमान्य लोगों को ताजमहल की प्रतिकृति के स्थान पर गीता की प्रति भेंट की जानी चाहिए। अब राज्य सरकार पहले ही घोषणा कर चुकी है कि वह ताजनगरी में पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से विकास योजनाओं पर 370 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार, मुख्यमंत्री आगरा में ताजमहल का दीदार करने के अलावा विभिन्न विकास परियोजनाओं का भी शिलान्यास करेंगे। वहीं, पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव अवनीश अवस्थी ने बुधवार को कहा था कि मुख्यमंत्री ताजमहल के अंदर के सभी स्थानों का भ्रमण करेंगे। वह ताजमहल से आगरा किले के बीच पर्यटक मार्ग की आधारशिला भी रखेंगे।
करीब दो साल पहले प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ताजमहल का दीदार करने आए थे। अखिलेश वैलेंटाइन-डे के दिन यहां आए थे और पत्नी डिंपल यादव के साथ ताजमहल के सामने बेंच पर बैठकर तस्वीर खिंचवाई थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खैरिया हवाईअड्डे पर उतरने के बाद नांगला पाइमा गांव गए जहां उन्होंने रबड़ चेक डैम का निरीक्षण किया। वह काचपुरा गांव भी गए।
 
                                                 
                                                 
                                                 
                                                 
			 
                     
                    