दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के बढ़ते स्तर के बीच उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री ने हवा की गुणवत्ता बेहतर करने के लिए अजीबो-गरीब बयान दिया है। मंत्री सुनील भराला ने कहा कि अगर हमें प्रदूषण को कम करना है तो इसके लिए पहले सरकार को यज्ञ कराना चाहिए ताकि इस यज्ञ से इंद्र देव प्रसन्न हों और बारिश करवाएं। अगर इंद्र देव खुश हो गए तो सारी समस्याएं खुद-ब-खुद ही ठीक हो जाएंगी। भराला ने आगे कहा कि लोग बेवजह किसानों को पराली जलाने से मना कर रहे हैं। किसान कोई आज से ही थोड़ी न पराली जला रहा है। पराली जलाना एक आम बात है इसलिए हमें प्रदूषण के लिए पराली जलाने को ही जिम्मेदार नहीं बताना चाहिए।
दिल्ली मेें प्रदूषण से बुरी स्थिति
दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति बेहद गंभीर हो गई है। रविवार की सुबह 10 बजे एक्यूआई इस सीजन में पहली बार 625 तक पहुंच गया। दिल्ली के धीरपुर में एक्यूआई 509 रहा। वहीं दिल्ली यूनिवर्सिटी के इलाके में 591, चांदनी चौक में 432 और लोधी रोड इलाके में 537 रिकॉर्ड किया गया। दिल्ली से सटे नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में प्रदूषण का स्तर 400 से 709 के बीच रिकॉर्ड किया गया जो अति गंभीर श्रेणी में आता है। हवा की खराब स्थिति की वजह से लोग आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत भी कर रहे हैं। दिल्ली में प्रदूषण की वजह से बनी कोहरे की चादर का असर विमान सेवाओं पर भी पड़ा है। विमानों के आवागमन में देरी हुई है और उन्हें डायवर्ट किया गया है।
विस्तारा एयरलाइंस ने ट्वीट कर कहा, 'घने कोहरे और कम दृश्यता की वजह से दिल्ली में आगमन और प्रस्थान में देरी हुई है।' दिल्ली में सोमवार से 15 नवंबर तक वाहनों को सम-विषम के आधार पर चलाया जाएगा ताकि प्रदूषण से कुछ राहत मिल सके। यात्रियों की सुविधा के लिए 2000 अतिरिक्त बसें लगाई गई हैं। पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम व नियंत्रण) प्राधिकरण (ईपीसीए) ने दिल्ली-एनसीआर में जन स्वास्थ्य आपातकाल की घोषणा भी की है। प्रदूषण को रोकने के लिए पटाखों पर बैन लगाया गया है। इसके अलावा दिल्ली से सटे राज्यों के किसानों से पराली न जलाने की अपील भी की जा रही है।
नोएडा-ग्रेटर नोएडा के स्कूल बंद
प्रदूषण की वजह से दिल्ली से सटे नोएडा-ग्रेटर नोएडा में 12वीं तक के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को 4 और 5 नवंबर को बंद कर दिया है। डीएम ब्रजेश नारायण सिंह के मुताबिक, 'उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में हवा में पीएम-10 व पीएम 2.5 अत्यधिक पाई गई है। जिसका स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ना स्वभाविक है। ऐसे में 12वीं तक के सभी सरकारी-प्राइवेट स्कूलों में चार और पांच नवंबर को अवकाश घोषित करने का फैसला लिया गया है।' दिल्ली में प्रदूषण की खतरनाक स्थिति को देखते हुए सरकार ने पहले ही पांच नवम्बर तक सभी स्कूलों के बंद करने का ऐलान किया है। इसके अलावा पांच नवम्बर तक सभी प्रकार के निर्माण कार्यों पर भी रोक लगाई गई है।