जामिया मिल्लिया इस्लामिया की वाइस चांसलर (वीसी) नजमा अख्तर ने कैंपस में हुई हिंसा मामले में मंगलवार को दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक से मुलाकात की तथा कैंपस में पुलिस द्वारा हुई हिंसा पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की।
इससे पहले सोमवार को जामिया के छात्रों द्वारा वीसी कार्यालय का घेराव और प्रदर्शन किए जाने के बाद नजमा अख्तर ने छात्रों के साथ हुई बातचीत में आश्वासन दिया था कि कैंपस में पुलिस बर्बरता पर हम एफआईआर दर्ज कराएंगे। अगर ऐसा नहीं होता है तो हम कोर्ट तक जाएंगे।
मानवाधिकार आयोग छात्रों से करेगा मुलाकात
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) का एक चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल, डीएसपी स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में हिंसा मामले में छात्रों से बातचीत करेगा। प्रतिनिधिमंडल और छात्रों की ये बातचीत चार दिनों तक चलेगी। वीसी नजमा अख्तर ने कहा था कि विश्वविद्यालय की ओर से मामले में मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) को एक पत्र लिखकर उच्चस्तरीय जांच की मांग भी की गई थी।
छात्रों के घेराव के बाद परीक्षा रद्द
जामिया प्रशासन ने जनवरी में होने वाली परीक्षाओं को अगले आदेश तक रद्द कर दिया है। यह परीक्षा अब कब होंगी, यह तय नहीं है। सोमवार को वीसी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे छात्रों से बातचीत के बाद परीक्षाएं रद्द करने का फैसला लिया गया। पुलिस द्वारा कैंपस में हुई हिंसा और सुरक्षा की मांग को लेकर छात्रों ने वीसी कार्यालय का घेराव किया था। वहीं, छात्रों का कहना है कि जब तक विश्वविद्यालय परिसर में सुरक्षा की गारंटी नहीं दी जाती तब तक वे परीक्षाओं में शामिल नहीं होंगे।
दिसंबर से लंबित हैं परीक्षाएं
15 दिसंबर को हुई हिंसा के बाद विश्वविद्यालय की तरफ से छुट्टियां घोषित कर दी गई थी। 6 जनवरी से जामिया विश्वविद्यालय में कक्षाएं फिर से शुरु की गईं। साथ ही इसी माह लंबित परीक्षाओं की तिथि भी घोषित कर दी गई थी, लेकिन छात्रों के विरोध के कारण फिर से परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं।