‘वेस्ट एंड सैनीटेक इंडिया 2016’ के नाम से तीन दिन चलने वाले इस आयोजन में देश की तमाम कंपनियां स्वच्छता का संदेश देते हुए अपने उत्पाद प्रदर्शित करेंगी। यूबीएम के एमडी योगेश मुद्रास ने बताया कि भारत विश्व का एक सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश तथा एक तेजी से विकसित होने वाला देश होने की बजह से यहां बड़ी मात्रा में अपशिष्ट उत्पन्न हो रहा है। इसके निपटारे के लिए सरकार के साथ-साथ निजी कंपनियों को भी चिंता करने की जरूरत है।
उन्होंने बताया कि इस प्रदर्शनी में भारत में वेस्ट व रिसाइकिलिंग उद्योग क्षेत्र के प्रतिनिधि एकत्रित होकर औद्योगिक रूझानों, चुनौतियों पर चर्चा करेंगे तथा वेस्ट एंड सैनिटेशन उद्योग में सभी क्षेत्रों के लिए गंभीर समाधान उपलब्ध कराएंगे। इस मेले का समर्थन मैटल रिसाइक्लिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया, इंडियन पॉलूशन कंट्रोल एसोसिएशन, इंडियन बायो गैस एसोसिएशन और ऑल इंडिया प्लास्टिक इंडस्ट्रीज एसोसिएशन कर रहा है। इस एक्सपो में सुलभ इंटरनेशनल और टॉक्सि लिंग, वाटर एड और द एनर्जी एंड रिसोर्स इंस्टीट्यूट (टेरी) शामिल होगा।