पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव को लेकर एक बार फिर हिंसी भड़की है। बीरभूमि इलाके में भाजपा और टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प में एक की मौत हो गई और कई घायल हो गए। भाजपा और टीएमसी दोनों ने मृतक को अपना कार्यकर्ता बताया है। वहीं केंंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियों ने टीएमसी पर नामांकन भरने से रोकने का आरोप लगाया है।
हाईकोर्ट ने चेताया
इस बीच, कोलकाता हाईकोर्ट ने नांमाकन से रोकने की घटनाओं पर संज्ञान लेते हुए राज्य चुनाव आयोग को निर्देश दिए हैं कि 11 उम्मीदवारों का नामांकन सुनिश्चित कराया जाए। साथ ही आदेश का पालन नहीं कराए जाने पर अवमानना की कार्रवाई के लिए चेताया है। जस्टिस सुभद्रा ताल्लुकदार ने आयोग को कहा है कि कल मामले में अमल रिपोर्ट पेश की जाए।
केंद्रीय मंत्री का आरोप
वही, फरीदपुर ब्लॉक एरिया में केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो आरोप लगाया है कि पंचायत चुनावों में भाजपा के प्रत्याशियों को डरा-धमका कर टीएमसी के कार्यकर्ता नामांकन नहीं करने दे रहे। इस बारे में उन्होंने अपनी ट्वीटर पर एक विडियो भी शेयर किया है जिसमे बाबुल सुप्रियो के काफिले का बंगाल में विरोध करते हुए टीएमसी के कार्यकर्ता दिखाई दे रहे हैं।
In an anti-democratic move, TMC supporters violently stopped and heckled BJP candidates from filing their nominations at Baraboni BDO office. #bengalpanchayatpolls pic.twitter.com/3N7nOjmIJv
— Babul Supriyo (@SuPriyoBabul) April 23, 2018
टीएमसी कार्यकर्ताओं ने यहां मंत्री के खिलाफ नारेबाजी भी की। बाबुल सुप्रियो ने आरोप लगाया कि इस दौरान पुलिस मूक दर्शक बनी रही। लगातार बिगड़ते हालात को देखते हुए बाबुल सुप्रियो को उस इलाके से जाना पड़ा। इस घटना के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने दुर्गापुर के पास नेशनल हाइवे पर जाम लगा दिया। पुलिस के दखल के बाद उन्होंने जाम खोला।
आसनसोल में हिंसा की घटनाएं सामने आईं। यहां पर भी भाजपा नेताओं को टीएमसी समर्थकों ने नामांकन पत्र नहीं दाखिल करने दिया। मुर्शिदाबाद में तृणमूल कांग्रेस तथा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच कई कांग्रेस कार्यकर्ता घायल हो गए। गौरतलब है कि पंचायत चुनाव को देखते हुए राज्य में दोनों पार्टियों के बीच आपसी झगड़े की घटनाएं हो रही हैं। बीते दिनों में दोनों पार्टी के कार्यकर्ता कई बार आपस में भिड़ चुके हैं।