अमृतसर में निरंकारी भवन में हुए धमाके में 3 की मौत हो गई। हमले में घायल 15 से 20 लोगों में से कई की हालत गंभीर है। शाम तक पंजाब के डीजीपी सुरेश अरोड़ा ने कहा कि हम इसे आतंकी हमला मान रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम इस हमले की हर एंगल से जांच कर रहे हैं।
इस बीच पंजाब पुलिस ने दो और संदिग्धों को एक पिस्तौल और तीन जिंदा कारतूसों के साथ गिरफ्तार किया है। इनको बठिंडा के संगत मंडी कस्बे से चेकिंग के दौरान गिरफ्तार किया गया। फिलहाल पुलिस दोनों संदिग्धों से पूछताछ कर रही है।
इस धमाके के बाद देश की राजधानी दिल्ली और नोएडा में भी अलर्ट घोषित कर दिया गया है। बता दें कि सुरक्षा एजेंसियां इन आतंकियों के दिल्ली की ओर बढ़ने की आशंका जता चुकी थी। कई घायलों को इलाज के लिए अमृतसर भेज दिया गया है।
चश्मदीदों के अनुसार बाइक सवार दो लड़कों ने अमृतसर के राजासांसी गांव में निरंकारी भवन पर ग्रेनेड फेंका। युवकों ने सत्संग के दौरान ग्रेनेड फेंका। जिस समय ग्रेनेड फेंका गया उस समय वहां करीब 250 लोग मौजूद थे। राजासांसी गांव सीमा से सटा गांव है। धमाके के बाद राजधानी दिल्ली और नोएडा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
हमले के बाद केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से बात की है, उन्होंने हमले के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा है। वहीं मुख्यमंत्री ने राज्य के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
निरंकारी समुदाय का 71वां वार्षिक समागम हरियाणा के समालखा में 24, 25, 26 नवंबर को होना है। कई सौ एकड़ फैले गए उस समागम स्थल पर तैयारियां जोरों पर हैं और वहां पर अब सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
गोपाल सिंह चावला पर शक
खुफिया एजेंसियों को निरंकारी भवन पर हुए ग्रेनेड हमले का शक गोपाल सिंह चावला पर है जो आतंकी हाफिज सईद के साथ देखा गया था। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक चावला पंजाब में आईएसआई की मदद से धमाके करने की योजना बना रहा था। वह ऐसे ऐप्स के जरिए स्थानीय युवाओं को अपने साथ जोड़ रहा है जिसे आसानी से डिकोड न किया जा सके।
खुफिया एजेंसियों से जुड़े सूत्रों के अनुसार, इस धमाके के पीछे गोपाल सिंह चावला का हाथ हो सकता है। गोपाल सिंह चावला पाकिस्तानी सिख है और वह पाकिस्तानी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का पूर्व महासचिव है। उसे खालिस्तानी समर्थक माना जाता है।
घायलों का मुफ्त इलाज
दूसरी ओर, राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हमले पर दुख जताया और मारे गए लोगों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया, जबकि हमले में घायल लोगों का मुफ्त इलाज कराया जाएगा। साथ ही मुख्यमंत्री ने गृह सचिव और डीजीपी को घटनास्थल पर जाने का आदेश दिया। साथ ही हमले की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन को हरसंभव मदद मुहैया कराई जाएगी।