केंद्रीय मंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने दलितों के घर नेताओं के खाना खाने को लेकर एक अजीबो-गरीब बयान दिया है। दलितों के साथ खाना खाने की रणनीति को देखते हुए उमा भारती ने कहा है कि हम भगवान राम नहीं हैं, जो दलितों के साथ भोजन करके उन्हें पवित्र कर सकें।
इन दिनों बीजेपी दलितों को साधने की हर कोशिश में लगी हुई है। इसी के मद्देनजर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य नेताओं ने भी दलितों के घर जाकर खाना खाना शुरू किया है।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, उमा भारती ने कहा, 'हम भगवान राम नहीं हैं कि दलितों के साथ भोजन करेंगे तो वे पवित्र हो जाएंगे। जब दलित हमारे घर आकर साथ बैठकर भोजन करेंगे तो हम पवित्र हो पाएंगे। दलितों को जब मैं अपने घर में अपने हाथों से खाना परोसूंगी तब मेरा घर धन्य हो जाएगा।'
उमा ने एक ट्वीट किया जिसमें लिखा था, 'मैं तो दलित वर्ग के लोगों को अपने घर में, अपने साथ डाइनिंग टेबल पर बिठाकर भोजन करती हूं और मेरे परिवार के सदस्य उन्हें भोजन परोसते हैं।'
उन्होंने कहा कि वो जमाना चला गया जब दलितों के घर में बैठकर भोजन करना सामाजिक समरसता का सूत्र था। अब तो राजनीति में जो दलितों और पिछड़ों के साथ भेदभाव होता है, उसमें सामाजिक समरसता लानी पड़ेगी।
मैं तो दलित वर्गों के लोगों को अपने घर में, अपने साथ डाइनिंग टेबल पर बिठाकर भोजन करती हूं तथा मेरे परिवार के सदस्य उन्हें भोजन परसते हैं।
— Uma Bharti (@umasribharti) May 1, 2018
वो जमाना चला गया जब दलितों के घर में बैठकर भोजन करना सामाजिक समरसता का सूत्र था। अब तो राजनीति में जो दलितों और पिछड़ों के साथ भेदभाव होता है, उसमें सामाजिक समरसता लानी पड़ेगी।
— Uma Bharti (@umasribharti) May 1, 2018
गौरतलब है कि 2 अप्रैल को हुए दलितों के प्रदर्शन के बाद से ही बीजेपी और अन्य पार्टियां भी दलितों को साधने में जुटी हुई हैं। जहां विपक्ष बीजेपी को दलित विरोधी बता रहा है। वहीं, बीजेपी तरह-तरह से दलितों को अपने पक्ष में लाने की कोशिश कर रही है। साल 2019 में दलितों के वोट की अहमियत को देखते हुए कोई भी पार्टी इन्हें अपने से दूर नहीं जाने देना चाहती है।