वीडियोकॉन लोन घोटाले में व्हिसलब्लोआर अरविंद गुप्ता ने आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ चंदा कोचर पर कुछ लोगों को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया है। उनका आरोप है कि एस्सार ग्रुप के रुईया ब्रदर्स को बैंक की तरफ से लाभ पहुंचाया गया जिससे उनके पति दीपक कोचर की कंपनी न्यूपावर ग्रुप में बड़े पैमाने पर निवेश किया गया।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, यह आरोप व्हिसल ब्लोअर ने 11 मई को पीएम नरेंद्र मोदी लिखे दूसरे पत्र में लगाए हैं, जिसमें उन्होंने कहा है कि आईसीआईसीआई बैंक ने एस्सार ग्रुप के ग्लोबल उद्योग खासतौर से यूके के एस्सार ऑयल को फंडिंग की है। आज यह नॉन परफार्मिंग असैट्स बन चुका है और लोन की वापसी असंभव है। इन पर बैंक न तो कोई कार्रवाई कर रहा है और न ही दबाव बना रहा है। यह असामान्य है क्योंकि जो कंपनी घाटे में चल रही है उस पर कितना निवेश किया जा सकता है। मौजूदा समय में बैंक वन पर्सन शो बन चुका है।
उन्होंने सीईओ चंदा कोचर पर आरोप लगाया है कि रुइया ब्रदर्स ने कोचर के पति की कंपनी न्यूपावर के साथ फंडिंग की। रुइया ब्रदर्स ने न्यूपावर ने यह फंडिग अपने दामाद और भतीजे के द्वारा दिसंबर 2010 से मार्च 2012 के बीच कराई थी। कंपल्सरी कन्वर्टिबल प्रिफरेंस शेयरों और इक्विटी शेयर्स की खरीद के जरिए यह फंडिंग न्यूपावर ग्रुप में की गई थी।
करीब दो साल पहले मार्च 2016 अरविंद गुप्ता ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सीईओ चंदा कोचर के जरिए बैंक वीडियोकॉन ग्रुप में गलत डीलिंग करने के आरोप लगाए थे। चंदा कोचर और उनके परिवार पर आरोप है कि वीडियोकॉन ग्रुप को लोन देने में निजी तौर पर लाभ हासिल किया। इसके बाद बैंक ने लोन बांटने में हितों के टकराव और निजी लाभ के लिए काम करने के आरोपों पर स्वतंत्र जांच कराने का आदेश दिया।