झारखंड में गोड्डा के मोतिया स्थित अडानी के पॉवर प्लांट में बुधवार को मजदूरों ने जमकर हंगामा किया। खूब ईंट-पत्थर चले। पथराव के बीच पुलिस को हालात पर काबू पाने के लिए लाठी चार्ज करना पड़ा।
रिपोर्ट के अनुसार मजदूरी के भुगतान को ले वहां के ठेका मजदूर आक्रोशित थे। बुधवार की सुबह उनका गुस्सा फूटा। बताया जाता है कि तीन-चार माह से पीसीसी इंटरनेशनल के सैकड़ों मजदूरों को ठेकेदार ने उनके पारिश्रमिक का भुगतान नहीं किया था। भुगतान के लिए दबाव बनाने की खातिर प्लांट के मेन गेट को जाम कर दिया ताकि सुबह की शिफ्ट में काम करने वाले मजदूर भीतर प्रवेश न कर सकें।
श्रमिक प्रतिनिधियों के अनुसार कोई चार-पांच घंटे प्लांट का काम ठप रहा। इस वजह से प्लांट के दूसरे कर्मी भी भीतर नहीं जा सके। मजदूरों के अनुसार पारिश्रमिक भुगतान की मांग को लेकर 12 जुलाई से ही शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन चल रहा था। सुनवाई नहीं होने के बाद प्लांट को ठप करने का निर्णय लिया गया।
हंगामा के बाद जिला प्रशासन ने हस्तक्षेप किया तब अडानी और ठेका कंपनी की ओर से करीब दो करोड़ रुपये की राशि बैंक भेजे जाने के बाद मजदूर शांत हुए। रिपोर्ट के अनुसार ठेका कंपनी का एक पेटी ठेकेदार कंपनी की बड़ी राशि लेकर फरार हो गया था इसलिए भुगतान में परेशानी आ रही थी। पेटी ठेकेदार की फरारी को लेकर स्थानीय थाना में मुकदमा भी दर्ज किया गया है।