पाकिस्तान के लड़ाकू विमान एफ-16 को मिग-21 से मार गिराने वाले विंग कमांडर अभिनंदन शुक्रवार को भारत लौट आए। इसी बीच अभिनंदन ने पाकिस्तान में गुजरे अपने समय की आपबीती बताई है। उन्होंने कहा है कि पाकिस्तानी सेना ने हिरासत के दौरान उनका मानसिक उत्पीड़न किया गया। आर्मी अस्पताल में चेकअप करा रहे अभिनंदन ने बताया है कि हिरासत के दौरान उनका शारीरिक उत्पीड़न नहीं किया गया था, लेकिन मानसिक तौर पर काफी प्रताड़ित किया गया।
रक्षा मंत्री से की मुलाकात
इससे पहले शनिवार को रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने विंग कमांडर अभिनंदन से मुलाकात की। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने दिल्ली स्थित सेना के रिसर्च ऐंड रेफरल हॉस्पिटल पहुंचकर अभिनंदन का हालचाल जाना और उनकी हौंसलाअफजाई की। पाकिस्तान से शुक्रवार रात लौटने के बाद यहां अभिनंदन का मेडिकल चेकअप किया गया था।
वायुसेना प्रमुख से की बातें साझा
इससे पहले वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने विंग कमांडर अभिनंदन से मुलाकात की और उनसे कुछ बातें साझा की। शुक्रवार को पाकिस्तान से अभिनंदन के वतन लौटने पर सीतारमण ने ट्वीट कर कहा था कि उन पर देश को गर्व है। सीतारमण ने लिखा था, 'विंग कमांडर अभिनंदन, हमें आप पर गर्व है। पूरा देश आपके साहस को सलाम करता है। आपने विपरीत परिस्थितियों में भी अपना हौसला बनाए रखा। आप देश के युवाओं के लिए प्रेरणा हैं। सल्यूट। वंदे मातरम।'
पीएम ने ट्वीट कर किया था स्वागत
विंग कमांडर के भारत लौटने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, ‘विंग कमांडर अभिनंदन आपका स्वागत है। राष्ट्र को आपके अदम्य साहस पर गर्व है। हमारे सशस्त्र बल देश के 130 करोड़ भारतीयों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।’
शुक्रवार रात अटारी सीमा से अभिनंदन को वायु सेना के अधिकारी अपने साथ ले गए। कड़ी सुरक्षा में उन्हें सीधे अमृतसर एयरपोर्ट ले जाया गया। वहां से वायुसेना के विशेष विमान से वह दिल्ली पहुंचे। वाइस एयर मार्शल रवि कपूर ने दो लाइन की प्रेस ब्रीफिंग में कहा था कि हम उनके लौटने से बेहद खुश हैं। चूंकि उन्होंने मिग से छलांग लगाई थी इसलिए उन्हें विशेष विमान से दिल्ली लाया गया।
कर गए थे एलओसी पार
27 फरवरी को भारतीय सीमा में घुस आए पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों को पीछा करते हुए मिग-21 बाइसन उड़ाते हुए वह एलओसी पार कर गए थे। इस दौरान उनका विमान क्रैश हो गया था और वह पैराशूट से नीचे उतरे थे, लेकिन पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर में उतरने के चलते वह पाक सेना की कैद में पहुंच गए।